काश – आरती झा आद्या  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज जाने सुबह से कैसा लग रहा है। मन भी बेलगाम घोड़ा सा अतीत की गलियारों में दौड़ रहा है। अतीत की सुप्त यादों में सुगबुगाहट हो रही है, मानो नींद से उठ फिर से जीना चाह रही हो। कहकहों के दौर थे, झूमता सी प्रकृति सी लगती थी वो, … Read more

खून का रिश्ता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : डाइनिंग टेबल पर नाश्ता लगाती मंजुला को गुड मॉर्निंग मम्मा बोलती बहु नव्या गले से लिपट गई. मम्मा आपने नाश्ता भी लगा दिए. वाओ मूंग दाल की हींग वाली कचौड़ियां हरे धनिए की चटनी और गाजर का हलवा. अम्मा जी के लिए बेसन का चीला तवे पर डाल कर आई … Read more

गृहस्थी के कार्य में लिंगभेद क्यों…?? – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  बेटा अब तो नौकरी भी करने लगा है…. कई अच्छे रिश्ते आ ही रहे हैं तो तू अब शादी के लिए तैयार हो जा…! ज्वाला जी ने बेटे अभिमन्यु से कहा…. हां मम्मी तो मैंने भी कहां मना किया है…?? मैं तो शादी के लिए तैयार हूं… बस मुझे नौकरी … Read more

देर से ही सही सासुजी मेरी कदर तो जानी- शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :    बात पुरानी है लगभग साठ के दशक की जब उमा जी व्याह कर इस बडे से संयुक्त परिवार में आईं थीं। अभी अठारह की भी नहीं हुई थीं कि शादी कर दी। एक अल्हड नवयौवना को जो स्वच्छंद अपने परिवार में हॅसती फुदकती थी ,को नियमों एवम अनुशासन की … Read more

परिचय – रचना गुलाटी : Moral Stories in Hindi

हर माता-पिता की दिली तमन्ना होती है कि उसके बच्चे हमेशा सुखी रहें। इसलिए वे उन्हें छोटी छोटी बातों में गच्चा दे जाते हैं। मालती भी यही चाहती थी कि उसकी बेटी पढ़-लिख कर अफ़सर बन जाए, इसलिए वह उसे गच्चा दे रही थी कि वह एक स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करती है … Read more

सही फ़ैसला – रचना गुलाटी : Moral Stories in Hindi

एकल परिवार में रहने वाली मीना की शादी एक संयुक्त परिवार में हुई जहाँ उसके एक जेठ, एक देवर, जेठानी व उसका दो साल का प्यारा सा बेटा यश है। मीना के सास, ससुर व पति बहुत अच्छे स्वभाव के हैं। जेठानी भी उससे बहुत स्नेह करती है। देवर तो भाभी-भाभी कहते हुए आगे-पीछे घूमता … Read more

गच्चा खाना – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

आओ दीदी! आपके पैर में तेल लगा दूँ.. हाँ शांता! अच्छे से मालिश कर दे। मेरे पैर बहुत दुःख़ रहे हैं.. तेल लगाकर कपड़े मशीन में डाल देऩा और कल के कपड़े प्रेस करके रख देना। रीमा मैडम ने शांता बाई को झाडू पोंछे को लिए रखा था.. पर ऐसे छोटे मोटे काम रीमा कोई … Read more

खून का रिश्ता – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :    “दीदी,आपने मोनू को बहुत सिर चढ़ा रखा है आजकाल। बड़ा बदतमीज हो गया है। मेरा इतना मंहगा कप सेट जमीन पर पटक दिया। ” रूपाली ने तैश में आकर अपनी जेठानी सरिता से कहा।  ” अरे, छोटी, अब बच्चा है गलती हो गई होगी, फिर इसने कौन सा जान बूझकर … Read more

रिश्ता प्यार का – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :   मम्मी मम्मी ..कहां हो तुम..? जल्दी आओ! अरे हां बाबा.. आ रही हूं, इतना तूफान क्यों मचा रखा है घर में …क्या बात है.. जो बताने के लिए इतना बेसब्र होने जा रहे हो ?मम्मी.. क्या मैं आपका बेटा नहीं हूं?  सच सच बताना… मम्मी, क्या आपने मुझे गोद लिया … Read more

तालियों की गड़गड़ाहट – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  लीला ने फोन का रिसीवर उठाया,बेटे ईश्वर का फोन था  – ‘क्या बात है माँ कितने फोन लगाए आपको, कहॉं खोई हो? आप तैयार रहना मैंने आपके लिए गाड़ी भेजी है, आप जल्दी से नवरंग कला भवन में आ जाओ,   माँ !आज मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है,और यह … Read more

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