“खरी खरी सुनाना” – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

चाय का कप हाथ में लेकर सोफे पर धसते हुए नैना बड़बडाने लगी…यह तारा बाई आज भी नहीं आई। इन लोगों का तो बस यही हाल है। तभी घण्टी बज उठी … दरवाजे पर तारा बाई जी और उसकी बेटी को देखकर नैना एकदम बरस पड़ी। यह तुमने क्या मजाक लगा रखा है एक सप्ताह … Read more

दोस्ती का दुश्मन – कुमुद मोहन   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुमित और समर बचपन से साथ-साथ बड़े हुए,,पढ़ लिखकर शहर के नामी गिरामी कालेज में टीचर हो गए!  नौकरी मिल जाने पर दोनो ने एक छोटा सा टू बेडरुम का घर किराए पर ले लिया!खाना बनाने और घर की साफ-सफाई के लिए एक नौकरानी रख ली! दोनो दोस्त अपनी नौकरी … Read more

कैदी नंबर सात सौ छियासी – डॉ संगीता अग्रवाल   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज कैदी नंबर सात सौ छियासी की रिहाई का दिन था,वो तो आज भी जेल से जाने के नाम खुश न था और सारे कैदी,यहां तक की जेल स्टाफ उसके जाने से दुखी था क्योंकि वो था ही इतना अच्छा। उसकी सजा बीच में ही माफ कर दी गई थी … Read more

समझदार हो गए हैं, मेरे बच्चे……. – डॉ.विभा कुमरिया शर्मा। : Moral Stories in Hindi

इतनी लाल आंखें ?बेटा क्या हो गया सुबह- सुबह ? मम्मी मैंने आपकी टिकट कैंसिल करवा दी, कहते – कहते ही उसके गाल मोटे- मोटे आंसुओं से भर गए । मेरी टिकट कैंसिल करवा दी , क्यों ? मैंने उससे पूछा। मुझसे पूछे बगैर कैंसिल करवा दी क्यों ? वह बिफर गई और बोली वह … Read more

शक – के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : हम सब भाई बहन एक साथ बैठकर बातें करते हुए खाना खा रहे थे । ऐसे लगा जैसे कोई दरवाज़े पर दस्तक दे रहा है । पहले तो हमने ध्यान नहीं दिया था क्योंकि कालिंग बेल बजाने के बदले में कोई दरवाज़े पर दस्तक क्यों देगा ।  माँ ने कहा … Read more

मिट गया संदेह – शिखा श्रीवास्तव  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रमाकांत जी यूँ तो बहुत सुलझे हुए विचारों के इंसान थे लेकिन जब से उनके बेटे रवि की शादी हुई थी तब से उनका व्यवहार एकदम बदल सा गया था, जबकि उनकी बहू पूजा उनका पूरा ख्याल रखती थी, उन्हें पूरा मान-सम्मान देती थी। रसोई के हर सामान पर रमाकांत … Read more

“परिपक्वता”- ऋतु गुप्ता   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : पूरे घर में जब से पता चला है कि उनकी प्यारी श्रेया किसी अबराम फल वाले को पसंद करती है, मिलती है, अभी उम्र ही क्या है श्रेया की, अभी पिछले महीने ही तो 18 वर्ष की पूरी हुई है। हमारे प्यार, लाड दुलार का और हमारी छूट का श्रेया … Read more

संस्कार- प्राची लेखिका   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुनीता जी की आंखों से आँसू थम नहीं रहे। पति की मृत्यु के पश्चात वह अपने बहू बेटों के अधीन होकर रह गई। जो भी रूपया पैसा था वह उन्होंने बच्चों की पढ़ाई लिखाई और विवाह शादी में खर्च कर दिया और बचा कुचा बच्चों ने बहला-फुसलाकर हथिया लिया। बेटी … Read more

छोटे लोग- विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : दस बजने को आये और सगुना की बच्ची का अभी तक कोई पता नहीं। महारानी.,मेरा फ़ोन भी नहीं उठा रही है..ज़रूर … इधर-उधर काम करके पैसा बना रही होगी।।आज आये तो सही, फिर खबर लेती हूँ..।” अपनी कामवाली पर गुस्से-से भुनभुनाती रजनी बार-बार घड़ी की तरफ़ देखती जा रही थी … Read more

किस्मत के मारे- वीणा सिंह  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : बाबूजी की पुण्य तिथि पर बच्चे और पति सबकी इच्छा थी इस बार वृद्धाश्रम चलेंगे और उनको अपने हाथों से खाना खिलाएंगे..         फल और मिठाइयां बाजार से खरीद कर हम लोग वृद्धाश्रम पहुंचे..      मन व्यथित हो गया.. इनकी आत्मा कितनी छलनी हुई होगी अपनो और अपने घर से इस उम्र … Read more

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