शक से रिश्ते बिगड़ जाते हैं – अर्चना खंडेलवाल  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “ये तुम्हारी शक करने की आदत कब जायेगी? तुम्हें तो हर बात पर ही शक करना है और मेरा समझाना ही बेकार है, मै क्यूं पत्थर से सिर फोड़ रही हूं और वंदना दनदनाती हुई कमरे से बाहर निकल गई, बाहर बॉलकोनी में जाकर आंसू बहाने लगी, पर उसके आंसूओं … Read more

शक -माया मंगला  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : दूरदराज का गांव था। गांव में छोटे-छोटे घर और घरों के आगे खुला आंगन ,जिसे चौक भी कहते हैं ।घरों के चारों ओर कोई दीवार नहीं थी। चंदा भाभी अपनी 7 साल की बेटी को गोद में लेकर आती और आंगन में पड़ी चारपाई (खाट) पर लिटा देती ।  यह … Read more

शक के दायरे मे सिर्फ़ बहू ही क्यूँ? -ज्योति आहूजा    : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सोमवार की सुबह थी।अचानक से फोन की घंटी बजी। गरिमा ने फोन उठाया। वह काफी देर तक हैलो हैलो बोलती रही। अरे भाई कौन है? जवाब तो दो, गरिमा ने कहा। अरे भाई किसका फोन है? मुझे ऑफिस के लिए लेट हो रहा है, जल्दी करो। गरिमा के पति आशीष … Read more

बड़ी दीदी – पूनम अरोड़ा : Top 10 moral stories in hindi

Moral stories in hindi :  माता पिता बचपन में ही चल बसे थे मीनू के।पहले बड़ी दीदी थी जिन्होंने उसकी परवरिश की और फिर उनकी शादी से पहले ही भाभी आ गई घर में, उनके ही सानिध्य में बड़ी हुई वह इसलिए ही वह उनके ज्यादा निकट थी। वह शुरू से ही पढ़ने में मेधावी … Read more

आस्तीन के साँप   : Top 10 moral stories in hindi

Moral stories in hindi : बड़ी दीदी – पूनम अरोड़ा माता पिता बचपन में ही चल बसे थे मीनू के।पहले बड़ी दीदी थी जिन्होंने उसकी परवरिश की और फिर उनकी शादी से पहले ही भाभी आ गई घर में, उनके ही सानिध्य में बड़ी हुई वह इसलिए ही वह उनके ज्यादा निकट थी। वह शुरू … Read more

अलका – आरती झा आद्या   : Short Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अलका एकदम मस्त सी तितली सी उड़ती रहती थी। बचपन से ही वो ऐसी ही थी। खिलंदड़ स्वभाव की एकदम अलमस्त, फुल ऑफ लाइफ के नाम से दोस्तों के बीच जानी जाती थी। तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी। अब जब उसका स्नातक पूरा हो गया था तो घर वालों … Read more

शक और शिकायत – गीता वाधवानी   : Short Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : एक मध्यम आय वाला आदमी था। नाम था उसका रामलाल। वह किसी  ऑफिस में क्लर्क था। वह ईश्वर पर बहुत विश्वास रखता था लेकिन कभी-कभी मंदिर जाकर भगवान से बहुत शिकायतें करता था और उनके सामने ऐसी बातें करने लगता था कि ईश्वर भी सोच में पड़ जाते थे कि … Read more

“नर रूप में नारायण” – कविता भड़ाना   : Short Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “ओ बिरजू कैसे बजा रहा है बे” थोड़ा जोश और एक दो ठुमके मार कर मस्त बजा, वरना तो पैसे काट लूंगा।  बैंड मास्टर की डांट पड़ते ही बिरजू ने “आज मेरे यार की शादी है” गाने को दूसरे बाजे वालो के साथ तालमेल से बजाना शुरू कर दिया, बारात … Read more

जैसा करोगे वैसा भरोगे – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

अपने पैंसठवे जन्मदिन पर सुभद्रा जी उस शहर के एक वृद्धाश्रम में जाकर कुछ कपड़े और मिठाई बाँटना चाहती थी…  उन्होंने जब अपने बेटे से कहा तो वो बोला ,“ माँ नई जगह पर आप ये सब करने को कह रही हो मैं तो खुद यहाँ दो महीने पहले आया हूँपता कर बताता हूँ फिर … Read more

“खरी खरी सुनाना” – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

चाय का कप हाथ में लेकर सोफे पर धसते हुए नैना बड़बडाने लगी…यह तारा बाई आज भी नहीं आई। इन लोगों का तो बस यही हाल है। तभी घण्टी बज उठी … दरवाजे पर तारा बाई जी और उसकी बेटी को देखकर नैना एकदम बरस पड़ी। यह तुमने क्या मजाक लगा रखा है एक सप्ताह … Read more

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