घर दीवार से नहीं परिवार से बनता है। – सविता गोयल : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  “मुझे नहीं जाना यहाँ से कहीं, मेरी डोली इसी घर में आई थी और मेरी अर्थी भी इसी घर से उठेगी|”  “लेकिन माँ, यहाँ रखा भी क्या है अब? आप क्यों जिद पर अड़ी हैं। अब तो पापा भी नहीं रहे। आपको यहाँ किसके सहारे छोड़ कर जाएं? क्यों आप … Read more

परित्याग – आरती झा आद्या : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  “सुनो जी, कब तक यहाॅं से वहाॅं डोलते रहेंगे। जब शादी के बाद चावल का कलश पैरों से छुआ कर आई थी तो वो भी किराए का ही घर था। तब सोचा था चलो कोई बात नहीं, अपना भी एक घर बनाएंगे। लेकिन अब भी वही हालात हैं। हर दूसरे … Read more

घर है, कोई होटल नहीं!! – पूर्णिमा सोनी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : बस- बस… यहीं रख देते हैं बेड, सुवर्णा ने बेड को जमीन पर टिका दिया। बाकी बड़े फर्नीचर और सामान पहले ही कुछ हेल्पर की मदद से अपने स्थान पर रख दिए हैं। थोड़ा बहुत  खींच, खिसका कर एडजस्ट करना अलग बात है। बेड के लिए इससे उपयुक्त जगह नहीं … Read more

घर !सबकी खुशियों से बनता है – अंजना ठाकुर : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रंजना को घर  सजाना बहुत पसंद था उसकी निगाहें बाजार मैं भी उन चीज़ों को ढूंढती जो उसके घर को नयापन दे रंजना किराए के घर मैं रहती थी कुछ बातों के लिए उसे मन मारना पड़ता था क्योंकि मकान मालिक का आदेश था की घर मैं ज्यादा ठोका पीटी … Read more

मेरा मकान तेरा घर  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : अरे वाह…. तेरा तबादला इसी शहर में हो गया है…जब मुझे पता चला , तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा ….!  तेरे तबादले से मैं बहुत खुश हूं विशाल ….अच्छा बता कब आ रहा है मेरे घर ….भाभी को लेकर आना….. चल फिर मिलते हैं कह कर समीर ने … Read more

तुम पर विश्वास करना मेरी सबसे बड़ी गलती थी – कामिनी मिश्रा कनक : hindi stories with moral

hindi stories with moral : अमृता तुम  कालेज बंक करके कहा जाती हों …….निधि ने बड़े ही उत्तेजना से पूछा ……..बोलो  अमृता …..बोलो ……. अमृता- तुम मेरा काम कर दो प्लीज़ निधि मैं तुम्हें सब बता दूँगी ! कौन सा काम और ये सब चल क्या रहा है…..?  एक हफ़्ते से देख रही हूँ …….. … Read more

मेरा घर आख़िर कौन सा… – रश्मि प्रकाश   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आख़िर आज केतकी इस घर से चली ही गई।उसको जाना ही था, कितने दिन तक सब के ताने सुनती।  जब पति ही इज़्जत न करें तो घर के सदस्यों से क्या ही उम्मीद की जा सकती है….बस घर में सालों से काम करने वाली मुनिया ही केतकी के हर चोट … Read more

दिल और धड़कन – जगनीत टंडन : Moral Stories in Hindi

“कैसी बातें कर रही है सिम्मी, पापा हमें कभी नोकरी नहीं करने देंगें, बल्कि तेरी सलाह मान कर जूते पढ़ेंगें हमें”अर्चना ने तनिक गुस्से से कहा। “इसमें जूते पड़ने जैसी क्या बात है दीदी ? आप समझो ना,इससे तो पापा की मदद ही होगी ना।” सिमरन अभी भी अपनी बात पर अड़ी हुई थी। “जैसे … Read more

बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होय – बालेश्वर गुप्ता : hindi stories with moral

hindi stories with moral : पापा एक बात तो बताओ, बाबा कभी भी आपको कुछ भी बोल देते हैं, कभी तो बहुत ही उल्टा सीधा कहते हैं, फिर भी आप चुप रहते हैं, और उनके लिये मम्मी को,हमे भी डांट देते हैं, ऐसा क्यों?         रमेश ने कहा बेटा,क्योकि वो तेरे पिता के भी पिता हैं।उनकी … Read more

कहां हैं बेटियों का अपना घर..? – रोनिता कुंडु   : hindi stories with moral

hindi stories with moral : पापा… जब भी मेरी याद आए, मेरी गुड़िया से बातें कर लेना कविता अपनी विदाई की घड़ी में अपने पापा अशोक जी से कहती है…  अशोक जी:   बेटा तू जिस तरह इस घर में खुशियां बिखेरती थी, अपने उसे घर में भी इसी तरह खुशियां बिखेरना… अशोक जी के … Read more

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