लड़के वाले भाग -1 – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कहां हो भाग्यवती… जल्दी करों …समीर गाड़ी निकालकर साफ कर लें…. देख उमेश तैयार हुआ य़ा नहीं…. जी आयी… आपको तो कोई काम करने नहीं होते…. मुझे तो सब देखना पड़ता हैं… हेडमास्टर जी रिटायर हो गए पर अभी तक हेडगिरी नहीं गयी… दूध फ्रीज में ठंडा करके रखना… बरतन … Read more

तुझे… सब है पता… मेरी माँ ! – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रोहन की माँ लो यह अपने पूजा पाठ का सामान… जितना याद आया था सब दुकान से लेकर आया हूँ । इस बार खूब मन से जमकर कृष्णाष्टमी मनाओ क्योंकि कान्हा जी ने तुम्हारी मन की मुराद पूरी की है।” माँ ने चौकते हुए कहा-” कौन सी मुराद ?” पिता … Read more

ईर्ष्या का परिणाम – रश्मि सिंह  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निधि-जागृति बेटा आप रीतिका के पीछे रहेंगी, सारिका तुम रीतिका के साथ गेस्ट को मंच पर लेकर आओगी। सबको अपनी ऐक्टिविटीज़ याद ही है किसको क्या करना है। एवरीवन गॉट माय पॉइंट। बच्चे-यस मैम।  निधि-हाउज़ थे स्पिरिट ? बच्चे-हाई मैम। छुट्टी की घंटी के साथ सब अपना समान पैक करने … Read more

जलन में अंधा – गीता वाधवानी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुमित्रा-“अरे पुष्पा कैसी है और यह मोहल्ले में किस बात की मिठाई बांटी जा रही है, अरे भई हमें भी तो कुछ बताओ।”  पुष्पा-“अरे सुमित्रा, मैं तेरे घर ही आ रही थी। यह लो तुम भी मुंह मीठा करो। मेरी बेटी प्रिया की हैदराबाद में एक बहुत अच्छी कंपनी में … Read more

आंगन की दीवार – बालेश्वर गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अपने जीवनकाल में ही हीरालाल जी ने अपने दोनो बेटों में उनकी रुचिनुसार कार्य बंटवारा कर दिया था।जमीदारी का कार्य उनका छोटा बेटा वीरेंद्र देख रहा था।उसमें जमीदारी के पूरे गुण थे,पूरा रुआब वाला व्यक्तित्व, आन बान शान को रखने में माहिर वीरेंद्र को जमीदारी में ही रुचि थी।अंग्रेजी शासन … Read more

सही सलाह – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 रजत और दिवाकर दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते थे। दोनों बहुत ही सम्पन्न परिवार के थे। उन्हें पैसो की कोई कमी नहीं थी, मौज मस्ती से जीते थे, दोनों की पढ़ाई में बिल्कुल रूचि नहीं थी। इनकी कक्षा में पढ़ने वाला मदन बहुत गरीब था, मगर पढ़ाई में बहुत होशियार था। वह मन लगाकर … Read more

बस अब और नहीं – शफ़क रश्मि : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रीनू आज अपने मायके गई थी। जाते समय वो बहुत खुश थी क्योंकि उसकी छोटी बहन अनु , जिसकी शादी को अभी कुछ ही समय हुआ था, माँ के घर आने वाली थी। जल्दी जल्दी उसने घर के सब काम निपटाए और पति को खबर कर के बेटे को साथ … Read more

खुशियों को किसकी नजर लग गई – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कुछ वर्षों पहले तक सुधाकर जी का परिवार खुशहाल परिवारों की श्रेणी में आता था, किंतु अब अचानक ऐसा क्या हो गया की… परिवार की खुशियां को किसी की नजर लग गई. ! हंसता खेलता परिवार आज विषाद  के गम में डूब गया!    सुधाकर जी के दो ही पुत्र थे! … Read more

रिश्तों का अधिग्रहण – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : क्या बात है श्रीमती जी… ये डायरी में क्या लिखा जा रहा है….. और मंद मंद मुस्कुराया जा रहा है …? चिट्ठी …चिट्ठी लिख रही हूं श्रीमान जी और प्लीज मुझे डिस्टर्ब ना करें.. आज के जमाने में कोई चिट्ठी लिखता है क्या ..?? और वैसे वो महत्वपूर्ण व्यक्ति है … Read more

“भाग्यवान”- कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुलेखा कई दिनों से देख रही है की उसकी छोटी बेटी रिया बहुत उदास और सबसे खींची – खींची सी रहने लगी है, पहले जहां सारा घर रिया की शरारतों से गुलज़ार रहता था वही उसकी ये चुप्पी घर में सब को खल रही थीं। पति सिद्धार्थ , सास – … Read more

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