तिनके का सहारा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ बेटा देखना जरा ये सामान मिलेगा क्या… अगर हो तो बाँध कर हमारी कार तक भिजवा सकते हो?” सुनंदा जी ने दुकान में खड़े एक लड़के से कहा “ मुझे ये लिस्ट दे दीजिए और आप उधर बैठ जाइए ।” कहते हुए उस लड़के ने लिस्ट लेकर सुनंदा जी … Read more

मतलबी रिश्ते – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “पापा जी, उठिए, दवा खा लिजीए |” राजीव अपने पापा को उठाते हुए बोला |उसके पापा अस्पताल के बेड पर लेटे थे |राजीव पापा को पीठ की तरफ से सहारा देकर उठाया| बैठाकर उनके हाथ में दवा और पानी का गिलास पकडा दिया | पापा रामनाथ जी ने दवा खाकर पानी … Read more

उम्मीद पे दुनिया क़ायम – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

सलीम को बचपन से ही अमीर बनने का शौक़ था । इसलिए अपने अरमा पूरे करने के लिए रोज लॉटरी टिकट ख़रीदता रहता था । पर क़िस्मत में कुछ सौ रूपयों के अलावा कभी कुछ नहीं निकला । घर का बड़ा बेटा होने के कारण हकीम साहब की सब उम्मीदें उसी से थी । लेकिन … Read more

मुखोटा – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मैं मधु आज घर में अकेली बैठी थी,ऐसे ही पुरानी बातें सोचने लगी।अतीत चलचित्र की रील की भाॅति ऑखों के सामने से गुजरने लगा।तभी एक पुरानी घटना याद आ गई, जिसे एक कहानी के माध्यम से आप लोगों के साथ साझा  कर रही हूॅ। रजनी जी से मेरी जान पहचान … Read more

मतलबी रिश्तों की डोर – मंगला श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बाहर शादी की गहमा गहमी चल रही थी ,चारो और हर्ष उल्लास का वातावरण बना हुआ था मेहमानों से भरे हुए घर में ढोलक की थाप पर नाचने गाने की आवाज आ रही थी ,पर सरला जी और कमलनाथ जी आज इतने बड़े परिवार मे होकर भी अकेले पड़ गए … Read more

अधूरी प्रेम कहानी – पुष्पा पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुबह-सुबह सुमि को देखकर सुधा को आश्चर्य हुआ। ” अरे सुमि, तुम इतनी सुबह?” बाहर अपने बगान में सुधा अपने पापा के साथ टहल रही थी। सुमि ने तो सोचा था कि बाहर से ही उसे संदेशा दे चली आऊँगी, लेकिन चाचा जी को देखकर उसे बहाना बनाना पड़ा। चाचा … Read more

रिश्ते”- नीरजा कृष्णा : Moral Stories in Hindi

आगरा से बड़ी भाभीजी आईं और दनदनाते हुए उनके बैडरूम में घुस गई, आशा के विपरीत मधु की तस्वीर वहाँ लटकी देख कर वो एकदम बिफ़र गई,”ये क्या भैया! इतना समझाने पर भी वोही ढाक के तीन पात ! आप समझते क्यों नही? मधु आपका पास्टटैंस है और महिमा आपका वर्तमान और भविष्य भी है! … Read more

“मदद”- संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” देखिये सर मुझे आज के आज अपना अकाउंट मर्ज करवाना है इतने दिन हो गये चक्कर काटते हुए !” वसुधाजी बैंक कर्मी से बोली। ” मैडम आपको कहा ना सोमवार को आना !” बैंक कर्मी ने लापरवाही से कहा । इससे पहले की वसुधा जी कुछ बोलती अचानक एक लड़की ने आकर उनके पैरो … Read more

सपनों से समझौता – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

दिव्या की बेटी प्रिया बहुत ही सुंदर और सुशील थी।पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ नृत्य में भी बहुत अच्छी थी। उसका चयन राज्य स्तर पर आयोजित एक प्रतियोगिता में हो गया।जिसकी तैयारी के लिए उसको कई बार लौटने में शाम को देर हो जाती थी। दिव्या ये सब समझती थी उसने अपने समय में सपनों से बहुत … Read more

मिस्सल ताई – अनुराधा श्रीवास्तव “अंतरा” : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi:   आज जब अम्मा को फोन मिलाया तो अम्मा के फोन उठाते ही मेरे कानों में फिल्मी गानों और शहनाई की तेज आवाज गूॅंज गयी। दोनों तरफ से हेलो हेलो की आवाज में यह बात समझ में आयी कि पड़ोस की मिस्सल ताई की बेटी शादी है। ’’बाद में बात करता … Read more

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