लड़के वाले (भाग -12) – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जैसा कि अभी तक आप सबने पढ़ा कि नरेशजी भुवेशजी के यहां अपने बड़े बेटे उमेश के लिये शुभ्रा को देखने आयें हुए हैं… सब कुछ अच्छा चल रहा था पर अचानक से बन्नो बुआ के धमाके  से घर में हलचल मच गयी क्यूँकि लड़का उमेश नरेशजी वीना जी का … Read more

तुमसे नहीं होगा..!!- लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : तुम बीच में बोलती ही क्यों हो जब तुम्हे इस बारे में कुछ पता ही नही है अपना काम करो जाओ जाकर चाय बना लाओ सबके लिए हम लोगो के काम में टांग ना अड़ाया करो तुमसे ना होगा ये हमारा काम है.. सुधीर की उपहास पूर्णआवाज से शांता का … Read more

बुढ़ा पिता कभी बोझ नहीं होता- स्वाति जैन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : किशोर जी खाने की मेज पर आकर बैठे और जैसे ही खाना थाली में लिया तो देखा आज फिर सब्जी में तेल और मिर्च बहुत ज्यादा हैं , वैसे ही किशोर जी का कॉलेस्ट्रोल और डायबटीज बहुत बढ़ा हुआ था , डॉक्टर ने उन्हें ज्यादा तेल , घी और मिर्च … Read more

पश्चाताप- के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुहानी अरे सुनती हो !!! कब से पुकार रहा हूँ । मेरा गला सूखा जा रहा है पानी पिला दो ना ।  पंकज अपनी पत्नी को दस मिनट से पुकार रहा था लेकिन कोई भी उसके कमरे में नहीं आ रहा था । वह अपने आप को असहाय महसूस कर … Read more

लड़के वाले (भाग -11) – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जैसा कि आप सबने अभी तक पढ़ा कि नरेशजी अपने बेटे उमेश के लिए लड़की शुभ्रा को देखने भुवेश जी के यहां परिवार सहित आ चुके हैं… चाय, नाश्ता , खाना पीना सब हो चुका हैं… लड़की शुभ्रा, लड़के वालों को पसंद आ चुकी हैं… पर उमेश एक बार शुभ्रा … Read more

खुशियों के चांँद को ग्रहण – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज जब मैं सोहनलाल जी के घर में घुसी तो सारे घर में रोने की आवाजें गूंँज रहीं थी, लोग दुख प्रकट करने आ रहे थे और कई लोग जा रहे थे ।सोहनलाल जी और शोभा जी का एकलौता पुत्र शाश्वत असमय ही मृत्यु के मुंँह में समा चुका था। … Read more

मुझे महान नहीं बनना – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : 2 दिन से रितु की आंखों से नींद गायब थी! वह बड़ी कशमकश या कहें दुविधा में थी !समझ नहीं आ रहा कि वह क्या निर्णय ले ? जब से उसके पति रवि ने उसे बताया की, मां को दिल का दौरा पड़ा है और उन्हें तुम्हारी जरूरत है! मां … Read more

परवाह और हुक्म में फर्क होता है.. – रोनिता कुंडू : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रात काफी हो गई थी… पर अमन अभी तक ऑफिस से घर नहीं लौटा था… दिव्या बार-बार दरवाजे की ओर देख रही थी… अमन तो आखरी बार फोन पर कहा रहा था कि वह आधे घंटे में घर पहुंच जाएगा… उसके बाद से ना तो उसका फोन ही लग रहा … Read more

ससुराल बेटी का नहीं बहू का घर होता है – : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विधि एक सुंदर सुशील सी लड़की थी। पढ़ी लिखी भी काफी थी। मायके, ससुराल दोनों जगह पर वह सबकी दुलारी थी। वह सब को पसंद करती थी। उसे भी सब लोग पसंद करते थे। सिर्फ उसकी ननद गरिमा का हर छोटी-छोटी बात पर रोकना-टोकना उसे कतई पसंद नहीं था। विधि … Read more

खुशियों की चाभी – : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज मीरा का मन बहुत अशांत था। बचपन और माँ बहुत याद आ रही थी । सुनने वाले बोलेंगे पचपन में बचपन क्यों याद आना..। पर शायद हर इंसान के दिल में एक बच्चा छुपा होता है,जब दिल पर चोट पड़ती तो, उसे अपना बचपन और माँ शिद्दत से याद … Read more

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