“परिपक्वता”- ऋतु गुप्ता   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : पूरे घर में जब से पता चला है कि उनकी प्यारी श्रेया किसी अबराम फल वाले को पसंद करती है, मिलती है, अभी उम्र ही क्या है श्रेया की, अभी पिछले महीने ही तो 18 वर्ष की पूरी हुई है। हमारे प्यार, लाड दुलार का और हमारी छूट का श्रेया … Read more

संस्कार- प्राची लेखिका   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुनीता जी की आंखों से आँसू थम नहीं रहे। पति की मृत्यु के पश्चात वह अपने बहू बेटों के अधीन होकर रह गई। जो भी रूपया पैसा था वह उन्होंने बच्चों की पढ़ाई लिखाई और विवाह शादी में खर्च कर दिया और बचा कुचा बच्चों ने बहला-फुसलाकर हथिया लिया। बेटी … Read more

छोटे लोग- विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : दस बजने को आये और सगुना की बच्ची का अभी तक कोई पता नहीं। महारानी.,मेरा फ़ोन भी नहीं उठा रही है..ज़रूर … इधर-उधर काम करके पैसा बना रही होगी।।आज आये तो सही, फिर खबर लेती हूँ..।” अपनी कामवाली पर गुस्से-से भुनभुनाती रजनी बार-बार घड़ी की तरफ़ देखती जा रही थी … Read more

किस्मत के मारे- वीणा सिंह  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : बाबूजी की पुण्य तिथि पर बच्चे और पति सबकी इच्छा थी इस बार वृद्धाश्रम चलेंगे और उनको अपने हाथों से खाना खिलाएंगे..         फल और मिठाइयां बाजार से खरीद कर हम लोग वृद्धाश्रम पहुंचे..      मन व्यथित हो गया.. इनकी आत्मा कितनी छलनी हुई होगी अपनो और अपने घर से इस उम्र … Read more

यह कैसा ससुराल – उषा शर्मा : hindi Stories

hindi Stories : कौशल्या आज अपने घर को बेचकर पैसे लेकर अपने गांव के लिए निकल रही है बरसों पुराना अपना मकान बेच दिया । अपने गांव में जाकर रहना चाहती है घर खाली कर दिया और सारा सामान गांव में पहुंचा दिया । वह अपने पति के साथ मोटरसाइकिल पर बैठ कर अपने गांव … Read more

ससुराल के चार दिन – माता प्रसाद दुबे : hindi Stories

hindi Stories : रवि की रेलवे में नौकरी लगने के बाद वह लखनऊ शहर में रेलवे कालोनी में अकेले ही रहता था, कुछ दिन तक उसके पास उसकी मां शांति देवी,बहन पायल,व भाई राजेश,बारी-बारी से उसके पास आकर रहते थे,और वापस गांव अपने घर चले जाते थे, रवि का मन भी गांव में ही रमा … Read more

आंसुओं से धुले शंका के बादल – बालेश्वर गुप्ता : hindi Stories

hindi Stories :  भैय्या, बड़ो की गलतियों की सजा मुझे क्यूँ देते हो? नीचे कार खड़ी है, आपको मेरी शादी में चलना ही होगा। एक बात बताओ विक्की, चाचा ने पिताजी को आमंत्रण तक नही दिया,क्या मैं अपने पिता से भी बड़ा हो गया हूँ?मैं कैसे तुम्हारी शादी में सम्मलित हो सकता हूँ? रमेश एवं … Read more

ससुराल – कामिनी मिश्रा : hindi Stories

hindi Stories : रीवा कौन है ये सब…? बोलना कौन है..? साक्षी रीवा से सवाल पूछते हुए …. रीवा- अरे मुझे क्या पता कौन है…. होगा कोई अनपढ़ गवार कहीं का… साक्षी – लेकिन रीवा वह तो तुझे तेरा नाम लेकर बुला रहे थे,  क्या तू जानती है । रीवा-नहीं मैं नहीं जानती हूं , … Read more

वो कामवाली इस घर की सदस्य भी हैं।- अर्चना खंडेलवाल : hindi Stories

hindi Stories : ये क्या आज कामवाली कांता नहीं आई, पूरा घर गंदा पड़ा था, झाड़ू-पोछा और बर्तन देखकर रेणु का सिर चकरा रहा था, ये सब उसे करना पड़ेगा, घर के बाकी काम करे या इन कामों में लगे, रेणु सोच ही रही थी कि तभी घंटी बजी, और ऐसी लगातार घंटी कांता ही … Read more

खरी-खोटी सुनाना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

विमलाजी के  दिल में पश्चाताप के  बादल  हमेशा  उमड़ते-घुमड़ते रहते।जो व्यक्ति इस संसार में नहीं है ,उससे माफी भी तो नहीं माँगी जा सकती है। आजकल उन्हें नींद भी बहुत कम आती है।बेचैनी में उठकर कुछ देर बिस्तर पर खामोश बैठी रहतीं हैं ,फिर  कुछ देर बाद उठकर चाय   बनाने लगती हैं। बर्त्तन की … Read more

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