स्नेह की सुनामी – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi
सरिता जी आज मोहल्ले के दुर्गा मंदिर में सदा की तरह ढोलक बजा रहीं थीं।प्रत्येक सप्ताह ही महिलाओं के द्वारा मंदिर में भजन हो रहा था आज।विशेषता आज की यह थी कि आज “रामनवमी”थी।जवारे अपराह्न विसर्जित किए जा चुके थे।सुबह मंदिर में सार्वजनिक हवन भी हो चुका था। भजन के दौरान आज शाम सरिता जी … Read more