नीयत खोटी तो इज़्जत कैसी! – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 72

   ” खाना रखा है…ठूँस लो…।” टेबल पर थाली पटकती हुई शारदा बोली तो उसके जेठ धीरे-से बोले,” शारदा..मैं तुम्हारे पति का बड़ा भाई हूँ..इतना तो लिहाज़ करो…।”    ” जानती हूँ लेकिन लिहाज़ करने वाला कर्म किये होते तो ज़रूर आपको सिर पर बिठाती मगर आप तो…।” आँखें तरेरती हुई शारदा ने बिस्तर पर पड़े बासठ … Read more

” गलती” – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 77

” क्या हुआ निशु इतना उदास क्यो हो ?” हेमंत घर मे आते ही पत्नी से पूछने लगा। “हेमंत पापा ने तुम्हारे साथ इतनी बतमीजी से बात की अपनी बेटी के पति से ..ये मुझे बिल्कुल अच्छा नही लगा !” निशु हेमंत को देख रोते रोते बोली। ” अरे तो इसमे इतना रोने वाली क्या … Read more

गलती किसकी!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

New Project 78

मनन ये तूने क्या किया मेरे सारे किए कराए पर पानी क्यों फेर  दिया.. घर में प्रवेश करते राजन के स्वर में दुख भी थी और चिंता भी । …क्या हो गया ऐसा क्या कर दिया मेरे बेटे ने रश्मि ने जल्दी पानी का गिलास पकड़ाते हुए पूछा। अपने लाडले से ही पूछ लो ना।अरे … Read more

जीवन-संध्या के कुछ पल – मुकुन्द लाल : Moral Stories in Hindi

New Project 80

   सुबह तड़के नित्य कर्मों से निवृत होकर बलदेव लाठी टेकता ओसारे में पड़ी उस खाट की ओर आहिस्ता-आहिस्ता बढ़ने लगा, जिससे उसका संबंध वर्षों से स्थापित हो गया था।    खाट के पास पहुंँचकर पल-भर के लिए वह रुका, फिर वह खाट पर बैठ गया। खाट पर बैठे-बैठे उसने अपनी लाठी को वहीं दीवार के सहारे … Read more

“काश ऐसी समझने वाली मां जैसी सास हर लड़की को मिले। – स्मृति गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 83

यार! सोहा तू इन सब बातों को इतना सीरियसली क्यों लेती है? ये दुनियां हकीकत से बहुत दूर होती है, ये सब व्यूज और पैसे के लिए कुछ भी पोस्ट करते हैं। लेकिन सोहा पर अपनी सहेली खुशबू की बातों का कोई असर नहीं होता था। फेसबुक, इंस्टाग्राम की पोस्ट और reels देख देख कर … Read more

पश्चाताप के ऑसू – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

New Project 97

सरला आज बेहद परेशान थी। अपने ही कोख जाये के कृत्य से वह शर्म से गड़ी जा रही थी। उसे लगा कि उसके अपने ही बेटे ने उसे वस्त्रहीन कर दिया है। जगदीश के पिता कामता प्रसाद रामपुर गॉव में पोस्ट मास्टर थे। अजय और जगदीश का बचपन साथ ही बीता था। कक्षा आठ तक … Read more

आखिर उसे फैसला लेना ही पड़ा। – चाँदनी झा : Moral Stories in Hindi

New Project 98

“पछतावे के आँसू” को पोछती हुई ऋचा एकाएक उठ खड़ी हुई, और गौरव से बोली “राखी अब आपकी ज़िम्मेदारी है। और ये जो नया मकान में रह रहें हैं, आप ये मेरे पति की कमाई से बना हुआ है। आपके हिस्सा का पुराना घर, उधर है, जाइए जाकर अपनी पत्नी के साथ रहिए। और हाँ, … Read more

काश ऐसे समझने वाली सास हर घर में हो – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

New Project 99

रमन जब ऑफिस से लौटा तो दरवाजे के बाहर से ही मनु के तेज- तेज रोने की आवाज़ उसके कानों में पड़ी तुरंत ही रीना की लापरवाही पर उसे जोर का गुस्सा आने लगा।ऐसी भी क्या नींद कि बच्चा इतनी जोर- जोर से रो रहा है और इसे सुनाई ही नहीं दे रहा।  वह भनभनाता … Read more

अपमान – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

New Project 100

सुनीता गांव की  पढ़ी लिखी लड़की थी |  बहुत ही ज्यादा  समझदार भी  थी |वो हमेशा  से डाक्टर बनना चाहती थी |उसके मां पापा बहुत मेहनत करते | ताकि अपनी बेटी  को पढ़ा लिखा के डॉक्टर  बना सके | गांव के  सभी लोग उसकी बहुत तारीफ करते थे |सुनीता से पूरे गांव के लोगों की … Read more

भाभी – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

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मिताली ने जल्दी जल्दी हाथ चलाकर अपनी ननद बिनीता कीडिजाइनर dress पूरी की फिर अपनी सासूमां को फोन मिलाया, मम्मी जी मैं कल सुबह ही जल्दी आजाऊंगी,क्योंकि बिन्नी दीदी की ड्रेस पूरी करते-करते समय का पता ही नहीं चला।आप काम की चिंता जरा भी मत करना मैं आकर सब कुछ कर दूंगी। कल मिताली की … Read more

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