झूठी शिकायत – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : टिंग टोंग दरवाजे पर घंटी बजी। आशीष ने दरवाजा खोला (जहां वह किराए पर रहता था।उसका परिवार भोपाल में रहता था।) दरवाजा खोलते ही उसने देखा कि सामने पुलिस खड़ी है।  आशीष इंस्पेक्टर से-“हां जी सर?”  इंस्पेक्टर-“तुम्हारा नाम आशीष है?” आशीष-“जी सर”।  इंस्पेक्टर-“थाने चलो, तुम्हारे खिलाफ शिकायत आई है रिपोर्ट … Read more

नमिता – मेघा मालवीय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : नमिता अपने पिता की तीन बेटियों ओर 1 बेटे में सबसे छोटी बेटी थी। नमिता के पिता जी एक छोटे किसान थें। और माता जी एक सफल गृहणी , सफल इसलिए क्यों की 4 बच्चों, एक बूढ़ी सास और 2 गायो और गांव के घर को बढे अच्छे से संभाल … Read more

मोबाइल है स्वप्निल दुनियाँ – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

झलक गेहूंए रंग की साधारण नाक-नक्श वाली लड़की है। बचपन से ही उसे अपने रूप रंग को लेकर कांपलेक्स रहता। वह अपनी सहेलियों की तुलना में स्वयं को कमतर आंकती। पढ़ाई लिखाई में साधारण झलक सदैव खोई-खोई सी रहती थी। दसवीं की परीक्षा देने के बाद उसके हाथ में अपना पर्सनल मोबाइल आ गया। आधुनिक … Read more

वो दस मिनट – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” मीनू देखो दरवाजे पर कौन है !” दरवाजे की घंटी बजने पर मानसी ने अपनी घरेलू सहायिका से कहा।  ” मैडम ये कोई लेटर आया है साहब के नाम !” आगंतुक जो कि एक डाकिया था से एक चिट्ठी ले मानसी से मीनू बोली । ” अच्छा ला इधर … Read more

शहर भ्रमण – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

जल्दी जल्दी हाथ चलाओ आज हमारे जज साहब के बाबू जी आ रहें हैं । कहीं भी कोई गंदगी ना हो और सब चीजें अपनी जगह पर सुव्यवस्थित तरीके से हो । क्यों मधु बाबू वो कोई आर्मी में थे ?? नहीं , वो एक रिटायर अध्यापक है । लेकिन उन्हें गंदगी और समान का … Read more

दस्तक दूरियों की – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

अभी अभी जो कुछ अवनी ने अपनी भाभी के मुँह से सुना उससे उसका जी खट्टा हो गया ….क्या सोच कर वो मायके आई थी और यहाँ वो उसकी भाभी के लिए बोझ बन रही थी… आख़िर उसे रहना ही कितने दिन था मायके में…बमुश्किल एक सप्ताह भी तो नहीं … पर आज तो दूसरा … Read more

ज़िंदगी है फिर भी कम है – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मोहन नाम से लगता है कि इनकी ज़िंदगी कितनी रंगीन होगी । लेकिन असल ज़िंदगी में इनकी ना तो कोई राधा हैं , ना ही रुक्मणी , ना ही मीरा । अपनी पत्नी के जाने के बाद उन्होंने कई बार सोचा पर अपने बच्चों के कारण कभी दूसरी शादी नहीं … Read more

किससे करूँ शिकायत : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मयंक और माला की पचासवीं वर्षगांठ थी, घर में धन की कमी थी नहीं, बेटे -बहू, बेटी -दामाद सबने बड़े उत्साह से तैयारी की।   तैयारी पर मयंक जी नजर रखें थे, कोई कमी ना रह जाये,उनकी इज्जत का सवाल जो था,आखिर लोगों को दिखाना भी तो था, उनकी पार्टी कितनी … Read more

गलतफहमी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  महिमा और मधु पक्की सहेली थीं। वे दो जिस्म एक जान थीं | जबसे उन्होंने होश सम्हाला था तबसे वे एक साथ थीं। एल के जी. में साथ ही एक ही स्कूल में प्रवेश  लिया तब से पूरी स्कूलिंग फिर एक ही कालेज  से ग्रेज्यूशन किया। वे एक दूसरे के … Read more

दादी की शिकायतें : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हमारे परिवार में दादी सबसे अनोखी थीं।माँ बताती थीं कि जब मेरा जन्म हुआ था तब दादी खूब नाची थी।सबसे कहतीं थीं कि हमारे घर का चिराग आया है।मेरे दादाजी ने तो मेरा नाम आशीष रखा था लेकिन दादी ने मुझे इस नाम से कभी नहीं पुकारा।वो तो हमेशा गोलू … Read more

error: Content is Copyright protected !!