रोली – चेतना
रोली, तुम्हें इनमें जो भी ड्रेस पसंद हो ले लो…” रोमिला ने अपनी भतीजी से कहा जो उसके साथ बाजार आई थी। “क्या सच बुआ जी, मैं ये ड्रेस ले सकती हूँ…” बुआ की बात सुनते ही रोली के चेहरे पर चमक आ गई। “हाँ, क्यों नहीं ले सकती। मैं तुम्हें इसीलिए तो अपने साथ … Read more