‘ दीदी ‘ – विभा गुप्ता

 नीता ने नहा-धोकर अपनी नित्य-पूजा को समाप्त किया और अपने पति प्रमोद की तस्वीर की माला बदलकर दीपक जलाया।उन्हें प्रणाम करके साथ लगी तस्वीर की भी उसने माला बदल दी।तस्वीर प्रणय की थी जो अचानक ही उसकी ज़िंदगी में आया और अचानक ही एक दिन …..।             चार बरस पहले की ही तो बात है जब … Read more

चलन – मीना माहेश्वरी

 “मम्मी  तैयार है आप”, निधि झुंझलाते हुए बोली । मैने झोपड़ी वाले दो_तीन परिवार बुला लिए हैं, सब पैकेट्स भी तैयार है । आप फटाफट सामने वाले गेट पर आ जाइए। सभी लोग गेट पर ही खड़े हैं। नीतू जी अपनी शानदार साड़ी का पल्लू संभालते हुए गेट की ओर बढ़ी। पीछे_ पीछे निधि सारे … Read more

एक टुकड़ा चांद का,, – सुषमा यादव

 #एक_टुकड़ा  ,,,, कुछ कुछ सच्चाई को बयां करती,, ये कहानी,,, ,,,आज सरपंच साहब के घर बड़ी धूमधाम है,, सोहर गाये जा रहें, हैं,,,, दशरथ के जन्में हैं राम,,, तो एक तरफ़ पूजा,पाठ हो रहा है, गांव में लड्डू, बांटे जा रहे हैं,, बहुत सालों के बाद सरपंच के यहां बेटा हुआ है,, बरहौं संस्कार मनाया … Read more

दुआ – नीलम सौरभ

शहर में पहली बार आयोजित होने वाले विपश्यना शिविर में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए प्रतीक्षा कक्ष में बैठी चित्रा को महीनों बाद पुराने मोहल्ले की पड़ोसन सखी गायत्री मिल गयी, जिसके साथ उसकी अभी वाले कॉलोनी की पड़ोसन शालू भी थी। चित्रा को पहली नज़र में ही शालू बड़ी हँसमुख, खुले दिल की और बातूनी … Read more

रक्षक – मीना माहेश्वरी

#एक_टुकड़ा                  सुनसान सड़क पर मीतू तेज _तेज कदमों से दौड़ी जा रही थी ।आज उसे कोचिंग से लौटने में देर हो गई थी,और कोई साधन  भी नही मिला था। अचानक उसने महसूस किया कि कुछ मव्वाली टाइप के दो_तीन लड़के उसके पीछे _पीछे आ रहे थे और कुछ गंदी _गंदी फब्तियां कस रहे थे। मीतू … Read more

व्यवहार – भगवती सक्सेना गौड़

आज संजय ने बहुत दुखी होकर मम्मी की फेसबुक प्रोफाइल खोली, और उसमे पोस्ट डाली, “बहुत दुख के साथ सूचित कर रहा हूँ कि मेरी मम्मी कहानीकार कंचन देशपांडे कल स्वर्ग सिधार गयी।” लिखने के साथ ही मोबाइल फेंक कर, बिलखने लगा। हे भगवान ये किस जन्म का बदला लिया, मैं अंत समय उनके पास … Read more

नई चलन’ – पूनम वर्मा

आज रंजना मैडम स्कूल नहीं आई थीं । कोई मैसेज भी नहीं किया । रश्मि मैडम की घरेलू नज़दीकी है इसलिए  वह ज़्यादा ही परेशान थीं । उन्होंने छुट्टी के समय कॉल किया पर किसी ने रिसीव नहीं किया । अब उन्हें चिंता होने लगी । शाम को रंजना मैडम का फोन आया कि सुबह … Read more

नया सफर – अनुपमा

इरा काम से थोड़ा फ्री हुई तो ऑफिस डेस्कटॉप पर ही थोड़ी देर फेसबुक ओपन करके स्क्रॉल करने लगी , अपने पुराने स्कूल के फेसबुक ग्रुप मैं वो अक्सर लोगो को स्टॉक करती की शायद कोई पुराना स्कूल कॉलेज का साथी मिल जाए उसे , फेसबुक पर उसने अपनी आईडी बनाई ही इसलिए थी की … Read more

लौह कन्या – गोमती सिंह

सरोजनी एक सार्वजनिक उद्यम में कार्यरत थी ।वह प्रातः 8 भजे जल्दी जल्दी तैयार होने के बाद निकल पड़ी अपनें कार्य पर ।उसकी बाइक सड़क पर दौड़ने लगी। 35 वर्षीय सरोजनी को स्कूटी  चलाने का काफी तजुर्बा था ।वह सड़क पर यातायात के नियमों का पालन करते हुए ही जा रही थी ।लेकिन ट्रेफिक की … Read more

” गोरा- चिट्टा दूल्हा ” – सीमा वर्मा

‘ अरी ओ राजरानी, अब ये साज-श्रृगांर , पाउडर-लाली सब तेरह दिन तक बंद ‘ ‘ नहीं करना है तुम्हें यह सब… नहीं करना चाहिए तुम्हें ‘ चाची की भारी आवाज सुन कर स्नेहा की आंखों में मोटे-मोटे आँसू भर गये थे। लेकिन चाची ‘अचला’ का दिल नहीं पसीजा। इसके साथ ही शुरु हो गई … Read more

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