स्वार्थ या प्रेम- एक सबक Blog post by Govind Gupta

अचानक तालियों के शोर से सभागार गूंजने लगा पैदल जाते हुये कुछ लगा कि देखे क्या हो रहा है मैं भी हाल में चला गया हम समझे कि कोई नेता का स्वागत हो रहा होगा पर यह क्या एक युवा सुंदर लड़की की शादी एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति से हो रही थी,थोड़ी उत्सुकता और … Read more

माँ जी आपकी जगह बेडरूम मे नहीं स्टोररूम मे है – Blog post by Anshita Maheshvari

मोनिका और रवि के लिए आज बहुत ही खुशी का मौका था, क्योंकि उन दोनों की मिली जुली मेहनत का नतीजा मुंबई जैसे महानगर में उनका अपना मकान उसका  मुहूर्त होने वाला था।  मोनिका खुशी में पागल हुए जा रही थी।  वह बार-बार रवि से कह रही थी- यह सब कुछ सपने की तरह लग … Read more

एक बेटी की कहानी, उसकी जुबानी | Blog By Sushma Yadav

*** है कहानी बहुत पुरानी,, एक लड़की की ज़िन्दगी की संघर्ष भरी कहानी,, उसके पढ़ने के प्रति उसकी जुनून की कहानी,,शायद आपको भी पसंद आए ये कहानी,,    तो सुनिए,,उसी की जुबानी,, **************** मैंने जब से होश संभाला, अपने को नागपुर में नानाजी के यहां पाया,, मां ने कहा, कि तुम्हारे बाबूजी का ट्रान्सफर बार बार … Read more

आखिर सास भी तो मां ही है – Blog post by Sangeeta aggarwal

” क्या बात है नंदिनी बेटा थकी थकी लग रही हो ?” नंदिनी की सास मालती जी ने उससे पूछा। ” वो बस मम्मीजी थोड़ा सिर दर्द कर रहा है !” चाय का पानी चढ़ाती नंदिनी बोली। ” दिखाओ तो …अरे तुम्हे तो बुखार है तुमने बताया क्यों नही मुझे चलो तुम अभी अपने कमरे … Read more

मेरी सास को चाहिए हमेशा छप्पन भोग | Blog post by Anshita Maheshvari

कुसुम जी ने अपनी पूरी जिंदगी बहुत ही ऐश और आराम से गुजारी थी। पति सरकारी ऑफिसर से तो किसी चीज की कोई कमी नहीं थी। गवर्नमेंट की तरफ से ही उन्हें रहने को घर नौकर चाकर सब कुछ मिला हुआ था| ऊपर से उनकी गोद में तीन बेटे थे। सभी लोग कहते हैं तुम … Read more

दुविधा – Blog post by anupma

बहुत कश्मकश मैं बैठी थी सिया रेलवे स्टेशन की बेंच पर उसको देखकर कोई भी कह सकता था की उसका बस शरीर ही है आत्मा कहीं और ही विचरण कर रही है । आज बहुत हिम्मत करके पहली बार वो उम्र के 39 वें पायदान पर पहुंच कर खुद के लिए कुछ कर रही थी … Read more

सम्मान की भूख – विनीत मोहिता

बरखा की नई-नई शादी हुई थी, तो वह अपने ससुराल में एडजस्ट होने की कोशिश कर रही थी साथ ही वहां के रीति रिवाज तौर- तरीके भी सीख रही थी।  उसकी सासू मां भी उसे ससुराल में एडजस्ट होने में काफी मदद कर रही थी।  उसकी सासू मां नहीं  चाहती थी की जो तकलीफ परेशानी … Read more

भाभी से मायका – विनिता मोहता

प्यारी बेटिया जब जिम्मेदार बहू बनकर साल भर ससुराल में सब की सेवा सुश्रषा करने के बाद जो कुछ दिन मायके में मां के सानिध्य में बिताती हैं तो बेटियां अपने बचपन को दोबारा  जी कर खुद को पहले से ज्यादा ऊर्जावान महसूस करती हैं| ऐसे ही रुपल कुछ दिनों के लिए गर्मी की छुट्टी … Read more

बहु संस्कारी ही क्यों चाहिए? – मुकेश पटेल

“अरे क्या बताऊं तुम्हें बेटा हमारी तो जिंदगी जैसे-तैसे चल रही है| बहुओं के ऊपर बोझ बनकर रह गए हैं |बहुए भी जब मर्जी आती है खाना देकर चली जाती है वरना हमारे कमरे में कोई झांकने वाला भी नहीं|” सुषमा जी अपनी बेटी रिंकी को यह सारी बातें बता रही थी रिंकी भी  मिर्च … Read more

बहू ये घर मेरे बेटे के पैसे से चलता है – मुकेश पटेल

“सुनो मुझे कुछ पैसे चाहिए पीहू की किताबे आनी है”| कहते हुए विभा ने अपने पति प्रवीण को ब्रेकफास्ट सर्व किया| खर्चे की बात सुनकर प्रवीण का मुंह बन गया और वह फटाफट अपना ब्रेकफास्ट फिनिश करने लगा- “तुम्हें हर महीने खर्चे के लिए पैसे देता हूं | मगर उसके बावजूद भी तुम हर वक्त … Read more

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