सफ़र मे बने हमसफ़र – मुकेश कुमार

नैना एक लड़के से प्यार करती थी और उसी से शादी करना चाहती थी लेकिन उसके घर वाले उस लड़के को पसंद नहीं करते थे क्योंकि वह उसके कास्ट का नहीं था उसके पापा  अंतर्जातीय  विवाह के खिलाफ थे उनका मानना था कि शादी -विवाह अपने ही कास्ट में करना चाहिए। 1 दिन नैना उस … Read more

मुझ जैसी बुरी सास के लिए तुमने इतना क्यों किया बहू

सलोनी की आज गोद भराई की रस्म थी.  सलोनी एक संयुक्त परिवार की छोटी बहू थी बड़ी जेठानी की लड़के की चाह मे  4 लड़कियां हो गई थी।  अब सब की उम्मीदें  सलोनी से ही थी की सलोनी इस बार बेटा पैदा करेगी।  लेकिन उनको यह नहीं पता कि बेटा या बेटी होना किसी इंसान … Read more

देश में निकला होगा चांद – मुकेश पटेल

शांति के बेटे की इंजीनियरिंग की पढ़ाई खत्म होते ही एक मल्टीनेशनल कंपनी में अमेरिका ऑफिस के लिए जॉब लग गई थी। उसका बेटा अमन बहुत खुश था क्योंकि बचपन से उसका सपना था विदेश में नौकरी करना। लेकिन अमन के मां बाप अपने इकलौते बेटे को विदेश नहीं भेजना चाहते थे वह चाहते थे … Read more

बुजुर्ग समय चाहते हैं पैसा नही – मुकेश कुमार

नेहा ने कहा,” मम्मी , दादाजी   कई बार कह चुके  हैं कभी मुझे भी अपने साथ रेस्टोरेंट्स ले जाया करो.” मम्मी  बोली , ” ले तो जायें पर चार लोगों के खाने पर कितना खर्च होगा. याद है, पिछली बार जब हम तीनों ने डिनर लिया था, तब सोलह सौ का बिल आया था. … Read more

संस्कार अपना अपना -मुकेश कुमार

एक परिवार में 4 देवरानी जेठानी रहती थी । शादी के 15 साल हो गए थे लेकिन अभी भी सबसे बड़ी जेठानी को कोई बच्चा नहीं हुआ था। उस से छोटी तीन देवरानियों के बेटे स्कूल में पढ़ने लगे थे वह भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में क्योंकि तीनों देवर सरकारी नौकरी करते थे। बड़ी जेठानी … Read more

कभी नीम नीम कभी शहद शहद

शांति के  जन्म होते ही उसकी मां स्वर्ग सिधार गई शांति का  लालन पालन की जिम्मेदारी उसकी दादी ने उठाया।  लेकिन दादी भी कब तक इतनी छोटी बच्ची को पाल सकती थी आखिर में फैसला यह किया गया शांति के  पापा की शादी उसकी छोटी मौसी से कर दिया जाए।  अगले साल ही शांति की … Read more

कुछ बंधन तोड़े से भी नहीं टूटते – मुकेश कुमार

राजू अपने दादा जी को सुपरस्टार दिलीप कुमार का अपने मोबाइल से फोटो दिखाते हुए कह रहा था, “दादा जी आप बिल्कुल इनके जैसे लगते हो।” राजू रोजाना अपने दादाजी के साथ ही मैथ पढ़ता था, जब उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था तो वह कुछ ना कुछ बहाने कर अपने दादाजी को पटाने … Read more

अतीत का दर्द – मुकेश पटेल

मां तो बचपन में ही गुजर  गई थी पिता का देहांत पिछले साल कोरोना महामारी में हो गया था।  आज 1 साल बाद गर्मी की छुट्टियों में शिल्पा अपने मायके आ रही थी।  भाई संतोष बहन को लेने के लिए स्टेशन पहुंच चुका था।  शिल्पा घर के अंदर प्रवेश करते ही सामने अपने मम्मी पापा … Read more

दर्द रिश्तो का – मुकेश पटेल 

रामनाथ जी दिल्ली के एक सरकारी बैंक में मैनेजर थे  उनकी शादी के 20 साल गुजर चुके थे  लेकिन अभी तक उन्होंने संतान सुख की प्राप्ति नहीं की थी  उनकी पत्नी सुनंदा इस बात को लेकर हमेशा चिंतित रहती थी कि भगवान उनकी कोख में भी एक बेटा या बेटी दे दे इसके लिए सुनंदा … Read more

मां की घर वापसी – मुकेश पटेल

सुषमा जी का सपना था पति के  रिटायर होने के बाद पूरे भारत के तीर्थ यात्रा करेंगी।  एक बेटा और बेटी थी जिसकी शादी पहले ही कर दी थी।  बेटा हैदराबाद में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था।  बेटी की शादी चार्टर्ड अकाउंटेंट से किया था जो दिल्ली में रहती थी। जीवन हंसी खुशी बित रही थी।   … Read more

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