रेलवे स्टेशन – रूद्र प्रकाश मिश्र
रात के कोई नौ बजे होंगे । बहुत डरी – सहमी सी वो इधर – उधर देख रही थी । भीड़ के हर एक चेहरे में मानो कुछ ढूँढ रही थी वो । प्लेटफार्म पर आते – जाते हर लोगों की तरफ वो एक सवाल भरी निगाहों से देखती , शायद कुछ कहना चाह रही … Read more