“तलाक” – ऋतु अग्रवाल
आज कुछ ख़ामोश सा था दिल। न जाने क्यों? पर बार बार उसकी याद आ रही थी। तीन साल हो चुके मेरे तलाक को पर शायद ही कोई लम्हा गया हो उसे याद किए बिना। कितने खुश थे हम दोनों। छोटा सा परिवार था मेरा। मम्मी, पापा,मैं और शुभ्रा। शुभ्रा, माँ- पापा की पसंद थी।हम … Read more