स्नेह की सुनामी – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

New Project 50

सरिता जी आज मोहल्ले के दुर्गा मंदिर में सदा की तरह ढोलक बजा रहीं थीं।प्रत्येक सप्ताह ही महिलाओं के द्वारा मंदिर में भजन हो रहा था आज।विशेषता आज की यह थी कि आज “रामनवमी”थी।जवारे अपराह्न विसर्जित किए जा चुके थे।सुबह मंदिर में सार्वजनिक हवन भी हो चुका था। भजन के दौरान आज शाम सरिता जी … Read more

‘”नफरत की दीवार” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 55

कुछ ज्यादा ही चिपकू टाइप नहीं है यह अजय हर समय रिश्तेदारी निकालने को तैयार रहता है जाने क्यों इतना बोलता है किराए पर कमरा दे दिया तो जाने क्या समझ लिया? तुम भी ना इसे ज्यादा सिर मत चढ़ाओ। इतना भी क्या गले पडना के सामने वाले को अनकंफरटेबल लगने लगे? मैंने तो किराए … Read more

दो बहुओं के बीच नफ़रत की दीवार – गीतू महाजन : Moral Stories in Hindi

New Project 60

दर्शना जी और उनके पति दीपक जी मेज़ पर बैठे नाश्ता कर रहे थे। उनके दोनों बेटे नाश्ता कर और टिफिन लेकर फैक्ट्री के लिए निकल चुके थे।बड़ी बहू नीरजा उन्हें परांठे परोस रही थी और छोटी बहू काजल ने चाय चढ़ा रखी थी।  दर्शना जी का संयुक्त परिवार था। दोनों बेटे अपने पापा के … Read more

बदलता रुख़ – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi

New Project 59

माही शहर की पॉश कॉलोनी में रहती थी । दो वर्ष पूर्व माही के पति का सड़क दुर्घटना में देहांत हो गया था । सार्थक ,माही का इकलौता बेटा था । पति के जाने के बाद माही ने अपने और बेटे के जीवन यापन करने के लिए टिफिन सर्विस शुरू कर दी थी । माही … Read more

सही राह – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

New Project 58

मनीषा के पापा रविप्रताप जी बैंक में क्लर्क और मम्मी सुगंधा जी गृहणी थीं । रविप्रताप जी के तीन बेटियाँ तृप्ति ,  और ज्योति, मनीषा थीं व एक बेटा सुबोध जो मनीषा से बड़ा था।  सब एक ही शहर के आस – पास रहते थे । मनीषा ने पुष्कर नाम के लड़के से अंतर्जातीय विवाह … Read more

दिखावे की जिंदगी – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 57

लड़की प्लेट में दशहरी आम के लम्बे लम्बे पीस काटकर लाती है और प्लेट में दो चम्मच रख देती है। जैसे ही मनमीत की नजर उस प्लेट पर पड़ती है बो सोचने लगता है कि ये क्या ये तो नया ही तरीका है आम खाने का हमारे यहां तो पकड़कर चूस देते हैं जब तक … Read more

“आँखों में खटकना” – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

New Project 56

मीरा जी बहुत खुश थी , छोटी बहु राधा , के घर मे आने से । पूरे घर में  चहल पहल थी । जो भी , रिश्तेदार , पड़ोसी ,बहु को देखने , आते सबसे बहु राधा की तारीफ करते नही थक रही थी। और तो औऱ बातो बातो में, अपनी आदत से लाचार मीरा … Read more

दिखावे की ज़िंदगी – मीरा सजवान ‘मानवी’ : Moral Stories in Hindi

short story in hindi

शहर के पॉश इलाके में रहने वाली समीरा की ज़िंदगी सोशल मीडिया पर किसी फिल्मी हीरोइन से कम नहीं लगती थी। इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स, हर दिन की चमचमाती तस्वीरें, महंगे कपड़े, खूबसूरत कैफे, मुस्कुराता चेहरा — सबकुछ परफेक्ट। पर परदे के पीछे की हकीकत कोई नहीं जानता था। वह नितांत अकेली थी।उसकी फैन फाॅलोइंग … Read more

नफरत की दीवार – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 05 05T225422.575

सुबह-सुबह मोहल्ले में श्रीवास्तव जी के घर से रोने की आवाज आ रही थी। एक साल पहले ही श्रीवास्तव अंकल ने मकान मेरे मोहल्ले के दूसरी तरफ खरीदा था। मन में बड़ी घबराहट हो रही थी। तभी मेरी कामवाली आई ,तो मैंने उससे पूछा क्या हुआ सरोज….? क्योंकि सरोज श्रीवास्तव अंकल के घर भी  काम … Read more

आपसी मतभेद – कविता झा’अविका’   : Moral Stories in Hindi

New Project 36

शांति देवी कितनी खुश थीं जब उनके बड़े बेटे रूपल की शादी सुगंधा से हुई जो कि बहुत ही सुन्दर थी जिसे देखकर हर कोई शांति देवी से कहता…   “चांँद का टुकड़ा ले आई हो आप तो। बहुत ही प्यारी हैं आपकी बहू।” शांति देवी भी अपनी किस्मत पर इतराती। सुगंधा सुंदर तो थी ही.. … Read more

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