रम गई – कंचन श्रीवास्तव
आश्चर्य हो रहा रेणुका को देखे अम्मा को , मजबूर हैं सोचने पर क्या ये वही रेणुका है जो वर्षों पहले चीखती चिल्लाती तड़पती थी। आंसू तो जैसे कोर पर रखे हो कोई जरा सा बोल भर दे तो भरभरा पड़ते थे। उन्हें अच्छे से याद है जब पहले पहल उसके दिल को चोट लगी … Read more