बेटियाँ तो अभिमन्यु पैदा होती हैं – नीरजा कृष्णा
गौरांग वर्क फ्रॉम होम कर रहा हैआजकल। विनीता बहुत कुशल गृहिणी है।वो शाम को चाय और पकोड़े बना कर ले आई..”अरे! आजकल तुम्हारी तबियत ठीक नही है, तुम इतना काम अकेले मत किया करो प्लीज़! मेरा ऑफ़िस का काम भी बस खत्म ही हो रहा था ! अच्छा खैर, बैठो ,चाय साथ में पीते हैं।” … Read more