सुखना – रूद्र प्रकाश मिश्र
बिल्कुल अपनी नाम के मुताबिक था वो । सूखी सी देह , अंदर की ओर धँसी हुई आँखें , बाहर निकला हुआ पेट और सूखे हाथ – पाँव । यही कोई बारह या पंद्रह वर्ष के आस – पास उम्र होगी उसकी । उसको आज सुबह से ही पास वाले गाँव के जमींदार के यहाँ … Read more