हां मैंने एक पिता गोद लिया है – मुकेश कुमार
मेरा नाम राकेश कुमार है मैं बचपन से ही मेरे पिता नहीं हैं । मैं हर सप्ताह रविवार के दिन एक वृद्ध आश्रम में जाता हूं और वहां पर अपने घर से अच्छा खाना बना कर वृद्ध आश्रम में रह रहे बुजुर्गों को खिलाता हूं। उन बुजुर्गों में ही मैं अपनी मां बाप को महसूस … Read more