दुविधा – Blog post by anupma
बहुत कश्मकश मैं बैठी थी सिया रेलवे स्टेशन की बेंच पर उसको देखकर कोई भी कह सकता था की उसका बस शरीर ही है आत्मा कहीं और ही विचरण कर रही है । आज बहुत हिम्मत करके पहली बार वो उम्र के 39 वें पायदान पर पहुंच कर खुद के लिए कुछ कर रही थी … Read more