अनोखा उपहार -सीमा वर्मा
रोज सुबह नियमानुसार सूर्य उदय होता है और शाम में अस्त हो जाता है । इसी तरह निभा भी अपनी परिस्थितियों से समझौता कर जीवन में आगे बढ़ चुकी है । चार कमरे वाले अपने बड़े से घर में पलंग पर लेटी हुई वह अतीत में विचरण रही है… आज की तरह ही उस दिन … Read more