हम तो हैं ही सर्वगुण संपन्न – पूजा मनोज अग्रवाल

 बात उन दिनों की जब हम M.A द्वितीय वर्ष की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।हमारी बड़ी बहन का विवाह हुए करीब डेढ़ वर्ष बीत चुका था, तो हमारी मां को हमारे भी विवाह की चिंता सताने लगी ….।         मां ने पिताजी से कहकर पंडित जी को घर बुलवाया ,और हमारा जन्म दिन  व समय … Read more

एक नया इतिहास – वीणा

सुबह से ही रिमझिम बारिश हो रही थी।मौसम खुशनुमा हो गया था।प्रिया बालकनी में बैठ धीरे धीरे चाय के घूँट भर रही थी , पर उसका मन द्रुत गति से अतीत की गलियों में विचर रहा था ।                   उसे याद आने लगा वह दिन ,जब एक हादसे ने उसकी खूबसूरत , हसीन सी जिंदगी को … Read more

अनमेल शादी – मुकुन्द लाल

 जब शाम में पंकज काॅलेज से डेरा आया और रात का खाना तैयार करने के लिए ज्योंही किचन में जाने लगा, त्यों ही झट से रूपा ने उसकी बांँह पकड़ ली यह कहते हुए, ” आराम कीजिए, मैं खाना बना लूंँगी…”    ” नहीं!”    “तकलीफ न करो!… मैं नहीं चाहता कि मेरे कारण दिक्कतें उठाओ।”    “मेरी … Read more

आया सावन – नीलिमा सिंघल

#बैरी_पिया सावन की बदरी झमाझम बरस रही थी और सोम्या बड़ी बेताबी से रोहन अपने पति की प्रतीक्षा कर रही थी, आज उसे बरबस ही विवाह का पहला सावन याद आ रहा था, कितना कुछ बदल गया था इन 5 सालों में, 15 दिन पहले रोहन टूर पर गुजरात गया था और वादा करके गया … Read more

वो झूला – सरला मेहता

राधिका अपने बेटे को  झुलाते हुए अतीत में खो जाती है। पार्क,झूला व शाम, सब वही। बस कृष्णम के स्थान पर बेटा दिव्यम। इसी झूले पर एक हुए और बिछड़े भी। बस यही एक सहारा बचा ज़िन्दगी में। कैसे भुलाए उन लम्हों को। सहकर्मी कृष्णम के साथ उसकी सुहानी शामें यहीं बीतती थी। दोनों घण्टों … Read more

यादें – उमा वर्मा

आज मई की चौबीस तारीख है ।मेरे पति की बीसवीं बरसी।लगता है अभी कल ही की बात है ।समय कितना जल्दी बीत गया है ।वह दिन भुलाएँ तो कैसे? सुबह के आठ ही बजे थे पर उस दिन का सूरज मेरे लिए डूब चुका था ।सुबह उठे तो मैंने उन्हें  सहारा देकर  मुंह धुलाया।बाथरूम ले … Read more

नियति -तरन्नुम तन्हा

मैं कला प्रदर्शनी में देख तो वह पेंटिंग रही थी, लेकिन मेरा ज़ेहन मेरी बेटी की ओर ही था। वैसे मैंने अब तक शादी तो नहीं की है, लेकिन ग्यारह वर्ष की बेटी है मेरी, चित्रांशी, जो कमाल के चित्र बनाती है। वह नौ वर्ष की थी जब मुझे चाँदनी-चौक में एक औरत के साथ … Read more

तनु वेड्स मनु – अनुपमा 

नमस्कार दोस्तों आज जो कहानी मैं आप सभी को सुनाने वाली हूं वो आज की कहानी नही है , ये घटना है आज से तकरीबन पचास साल पहले की या उससे भी पहले की , लेकिन उस वक्त अगर ये कहानी कोई सुनता तो ये किसी को भी स्वीकार नहीं होती , हां आज के … Read more

अपना आकाश – अनुज सारस्वत

************ “बाईक क्यों रोक दी ? तू हमेशा आफिस से लौटते वक्त इसी जगह क्यों रोकता है ?आज तू बता कर ही रहेगाआखिर हुआ क्या है तुझे?” गुड़गांव से दिल्ली जाते वक्त फ्लाईओवर पर इंदिरागांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट जहाँ से रनवे साफ दिखता है, प्रफुल्ल ने बाईक रोकी थी तब पीछे  बैठे अंकित … Read more

तरसती ममता – गीतांजलि गुप्ता

*********** “आप दिन रात किस तैयारी में लगी हो अमृता” मिसेज शर्मा ने पूछा। “मेरा हितेन आ रहा है पच्चीस तारीख को अपने परिवार के साथ, बस उसको कोई कमी ना लगे इसलिए पूरी तैयारी कर रही हूँ।” अमृता ने जवाब दिया।” अमृता ने घर की धुलाई पुताई कराई करीब आठ साल बाद उनका बेटा … Read more

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