family drama
अब तेरे बिन जी लेंगे हम
गौरी ने कभी नहीं सोचा था कि उसकी शादी गांव में हो जाएगी। उसके पिताजी का दिल्ली के चांदनी चौक में कपड़े की दुकान थी और उसने अपनी पढ़ाई लिखाई दिल्ली में ही की थी, उसे तो लगता था कि उसकी शादी दिल्ली में ही किसी लड़के से होगी। लेकिन गौरी ने जैसे ही ग्रेजुएशन … Read more
रिश्ते भी अकेले रहने से मुरझा जाते हैं
मेरे पति ने कुछ दिनों पहले घर की छत पर कुछ गमले रखवा दिए और एक छोटा सा गार्डन बना लिया। पिछले दिनों मैं छत पर गई तो ये देख कर हैरान रह गई कि कई गमलों में फूल खिल गए हैं,नींबू के पौधे में दो नींबू भी लटके हुए हैं और दो चार हरीमिर्च … Read more
मायके का कर्ज़ – मुकेश पटेल
कंचन का बचपन से सपना था कि वह बड़ी होकर टीचर बने. इसलिए उसने जैसे ही ग्रेजुएशन किया उसके बाद उसने B.Ed किया. B.Ed के रिजल्ट आने से पहले ही उसके पापा के दोस्त ने उसके लिए एक बहुत अच्छा रिश्ता लेकर आए। लड़का भी सरकारी स्कूल में टीचर था उसके पापा भी सरकारी स्कूल … Read more
बहू नहीं लक्ष्मी आई है
अंकिता अपने मां-बाप की इकलौती बेटी थी बड़ी नाजो से उसके मां बाप ने पाला था। अंकिता के पापा का सपना था कि अंकिता बड़ी होकर डॉक्टर बने। लेकिन अंकिता देखने में बहुत खूबसूरत थी तो उसकी मां चाहती थी कि मेरी बेटी बड़ी होकर एक्ट्रेस बने लेकिन किस्मत को जो मंजूर होता है वही … Read more
अनमोल रत्न
निर्मला जी को शुरू से ही गांव में रहना पसंद था लेकिन बच्चों की पढ़ाई और पति की नौकरी भी शहर में थी इस वजह से शहर में रहना उनकी मजबूरी थी लेकिन पति के रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपना बसेरा गांव में ही बसा लिया था जिंदगी हंसी खुशी गुजर रही थी निर्मला जी … Read more
फर्ज अपना अपना
विनोद ने अपनी मां को फोन कर पूछा मां श्वेता कहां है उसका फोन नहीं लग रहा है मैंने भी कई बार ट्राई किया और उसके मायके से भी फोन आ रहा है उसके पिताजी को हार्ट अटैक आया है और वह हॉस्पिटल में है। श्वेता किचन में खाना बना रही थी श्वेता की सास … Read more
नया साल का मतलब सिर्फ नंबर बदलना नहीं
किशोर जी इसी साल बैंक मैनेजर के पद से रिटायर हुए थे और उनकी इच्छा थी कि वह इस साल अपना नया साल अयोध्या में मनाएंगे इसके लिए 31 दिसंबर को ही वे अपनी पत्नी के साथ फैजाबाद रेलवे स्टेशन पहुंच चुके थे स्टेशन से जैसे ही बाहर निकले तभी एक रिक्शेवाले ने उनको देखकर … Read more
मां से बढ़कर एक माँ – मुकेश पटेल : Short Moral Stories in Hindi
Short Moral Stories in Hindi : सुबह-सुबह किचन में चाय बना रही थी तभी मेरे पति ने आवाज दी, “रमा देखो तुम्हारे माँ का फोन आ रहा है।” मैंने आश्चर्य से कहा, “माँ का फोन इतनी सुबह सुबह जरूर कोई बात होगी, मन में एक डर सा हो गया क्योंकि पापा कई दिनों से बीमार … Read more
टुकड़ों में बंटी जिंदगी-मुकेश कुमार
यह कहानी एक सच्ची घटना से प्रेरित है सिर्फ पात्रो का नाम बदल दिया गया है मेरा नाम रजनी है। दादी और पापा की गलतियों की वजह से मैं विकलांग पैदा हुई। मेरे मां को भरपूर खाना भी नहीं मिलता था उनको मेरी दादी हमेशा मानसिक टॉर्चर करती थी क्योंकि पापा और दादी को पता … Read more