खोया पीहर लौट आया – रीता मिश्रा तिवारी
टूल पर रखी चाय ठंडी हो गई और मान्या वालकोनी में चुपचाप उदास बैठी थी। सामने ही रास्ते के उस पार के एक घर के आंगन में आम से लदा पेड़ था। पेड़ के नीचे चार पांच बच्चे धमा चौकड़ी मचा रहे थे। कोई उचक कर तो कोई गुलेल से कोई डंडा मारकर आम तोड़ने … Read more