दत्तक माँ -नीरजा कृष्णा
अपने पति चंदन जी की अचानक मृत्यु के बाद वो बहुत शॉक में थीं। एकमात्र बेटी दूर विदेश में थी…बराबर आने की कोशिश कर रही थी…रोज़ सुबह शाम वीडियो कॉल करके हिम्मत बँधाती रहती थी…एक दिन उसे अचानक पंडित जी की बेटी अंजलि की याद आ गई। वो फोन पर ही पूछ बैठी,”मम्मी, वो अपने … Read more