” बड़े दिल वाला – स्वरचित /सीमा वर्मा “
पेड़ से पीठ टिका कर जमीन की मुलायम घास पर बैठी हुई शिप्रा सुकून से सामने बहती नदी की धारा को निहार रही है। उसके और सुधीर के विवाह को पच्चीस बरस पूरे हो गये हैं। सुधीर ने इस सुअवसर को बिग, ग्रैंड पार्टी में जा़या न कर शहर के शोर-शराबे से दूर फिर से … Read more