वैवाहिक बँधन या समझौता –  के कामेश्वरी

रजनी क्लीनिक से थक हार कर घर पहुँची । घर की हालत देख कर उसके पूरे शरीर में जैसे कमजोरी आ गई थी । उसे घर को देख कर ऐसा लग रहा था जैसे कि यहाँ बहुत बड़ी जंग हुई हो । पूरा सामान बिखरा पड़ा था । सोफे पर किताबें ,कलर पेंसिल्स यह अभी … Read more

मुझे शादी करनी है…..समझौता नही – किरन विश्वकर्मा

मां मैं यह शादी नहीं कर सकती….. क्योंकि यह शादी….शादी नही एक समझौंता होगी और जहाँ शादी में समझौंता होगा तो वह शादी सफल नहीं हो सकती…..अगर यह शादी हो भी गयी तो मां आपकी बेटी को हमेशा घुट कर रहना होगा। मुझे इस घर में आने के बाद अपने सपने….अपनी इच्छाओ का गला हमेशा-हमेशा … Read more

दूर की सोच – कमलेश राणा

पिछले दिनों त्र्यम्बकेश्वर् के दर्शनों की चिर प्रतीक्षित मनोकामना पूरी हुईऔर साथ ही लोगों की भविष्य के प्रति सोच ने भी बहुत प्रभावित किया,,  हुआ यूँ कि दर्शन के बाद रुकने की व्यवस्था पर विचार कर ही रहे थे कि ऑटो वाले ने बहुत अच्छा सुझाव दिया,, वह हमें जम गया और वह हमें गुजराती … Read more

किस्मत समझौता एक्सप्रेस – तृप्ति शर्मा

बड़ी दीदी की बरात में सबसे आगे नाचते देखा था उसे बहुत पसंद आया ज्योति को वह लड़का बाद में पता चला कि वह तो उसकी दीदी का देवर है। जीजा जी का सगा छोटा भाई बस 16 साल की ज्योति वही दिल बैठी थी उसे। पर कभी किसी को बता नहीं पाई                      … Read more

समझौता ज़िन्दगी से – प्रेम बजाज

शीतल के पापा को माईनर सा हार्टअटैक आता है, डाक्टर ने कहा कोई खतरे वाली बात नहीं, वो अब ठीक हैं।  मगर शीतल सुनकर रह नहीं पाती और पापा से मिलने आती है, शीतल की बेटी बुलबुल दस-ग्यारह  साल की है और बेटा सौरभ चार साल का है। बेटे को तो शीतल साथ ले आती … Read more

” मजबूरी बनाम समझौता ” – अनिता गुप्ता

कोख में होती हलचल को महसूस  करती नमिता उदास बैठी विचारों की दुनिया में खोई हुई थी। ज्यों – ज्यों समय निकलता जा रहा था , उसका अपने अजन्मे बच्चे से मोह बढ़ता जा रहा था।…… और बढ़े भी क्यों ना, वो अपने खून से जो सींच रही थी। कितना आसान लगा था, उसे जब … Read more

कन्या-पूजन – डाॅ संजु झा

पूरे देश में दशहरा का पर्व धूम-धाम से मनाया जा रहा है।आज अष्टमी तिथि को घर-घर कन्या -पूजन हो रहा है।कमला जी भी इस पावन सुअवसर पर बड़ी तन्मयता से बच्चियों के चरण पधारकर उन्हें अपने आँचल से पोंछती हैं।उन्हें सिन्दूर का टीका लगाकर बड़े प्रेम से खीर-पूड़ी,हलवा का प्रसाद खिलाती हैं।बच्चियों के विदा के … Read more

पति परमेश्वर – डा. मधु आंधीवाल

करवा चौथ का व्रत सुहागिनें बहुत खुशी से रखती हैं ।पति की लम्बी आयु के लिये पत्नियाँ पूरी तरह समर्पित होती हैं। मंजरी भी बहुत खुश थी । शादी के बाद उसकी पहली करवा चौथ थी । वह इसे जीवन की यादगार करवा चौथ बनाना चाहती थी । अनुज उसका पति एक उच्च अधिकरी ऊपर … Read more

  बदलाव  – आरती झा”आद्या”

  एक आम सी गृहिणी है सुचित्रा। सबके काम पर निकलने के बाद सुबह के काम निपटाने के क्रम में बिछावन ठीक करती हुई, उसी बिछावन पर निढ़ाल सी बैठ जाती है।  क्या हो गया उसे.. एक जगह मन ठहरता ही नहीं है.. हमेशा अतीत में भटकने की आदत सी हो गई है मुझे…सुचित्रा सोचती … Read more

चरित्र से समझौता – कमलेश राणा

निधि एक छोटे से कमरे में लेटी हुई है, दो दिन से कुछ खाया भी नहीं है,, शरीर में इतनी भी ताकत नहीं है कि बाहर जाकर कुछ ले आये और सच तो यह भी है कि गांठ में पैसे भी नहीं हैं,, ऐसे में माँ, पापा, भाई, बहन सारा परिवार बहुत याद आ रहा … Read more

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