सधे हुए कदम – Blog Post by Kanchan Shrivastav
चार साल की शादी में कभी दोनों के बीच एक हल्की सी भी नोक झोंक नहीं हुई , रूचि को खुशहाल देखके रवि को बहुत अच्छा लगता। हालांकि पहली रात में अरमानों को शब्दों का रूप देना आसान नहीं कितने रूप जाल में फंस सिर्फ देह तक सिमट के रह जाते है ,कितने मन की … Read more