सौतेली सही पर सगी बहन से कम नहीं हूँ-मुकेश कुमार

New Project 86

निशा अपनी बड़ी बहन गीता से कह रही थी “दीदी जल्दी से ब्यूटी  पार्लर चलो लड़के वालो ने 4:00 बजे तक टाइम दिया है घर पर तुम्हें देखने आने के लिए फिर पार्लर में भी तो टाइम लगता है.”  दरअसल बात यह है कि आज गीता को लड़के वाले देखने आ रहे थे गीता और … Read more

भाभी का घर – मुकेश कुमार

New Project 47

गर्मी की छुट्टियां शुरू होने वाली थी और  रजनी को मायके जाने की छटपटाहट मचने लगी थी क्योंकि इस बार मायके में सिर्फ मां और पापा नहीं थे बल्कि वहां पर एक और नया मेहमान आ चुका था वह थी  रजनी की भाभी ‘शालिनी’, रजनी के बड़े भाई की शादी को अभी कुछ महीने ही … Read more

माँ अब मैं पराई नहीं होना चाहती – मुकेश पटेल

New Project 46

सीमा जी के बड़े बेटे सुमित की शादी 10 दिसंबर को थी और आज 8 दिसंबर हो चुका था बस शादी में सिर्फ 2 दिन ही बचे थे, मेहमानों का घर में आना शुरू हो चुका था।  वैसे तो यह शादी लव मैरिज थी, लेकिन इस शादी में दोनों के घरवालों की रजामंदी भी थी। … Read more

अफ़सर बिटिया – मुकेश कुमार

New Project 2024 04 29T215107.227

अरे वो  दिव्या सुनाई नहीं दे रहा है क्या? तुम्हारे बाबूजी कब से घर पर आए हुए हैं उनके लिए पानी तो लेकर आ, दिव्या ने छत से आवाज़ लगाई जी नई माँ आ रही हूं। दरअसल  दिव्या की माँ का देहांत बचपन में ही हो गया था, घर में देखभाल करने वाला कोई नहीं … Read more

सास घर की नौकरानी नहीं हैं

prerak kahani

शालिनी  मां बनने वाली थी। आठवां महीना चल रहा था।  इस वजह से अपने मायके चली आई थी, धीरे धीरे डिलीवरी का डेट  नजदीक आ गया और वह पास के ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती हो गई। शालिनी को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। घर में सब बहुत खुश हुए घर आते ही एक … Read more

सास बिना ससुराल अधूरा-प्रिंयंका पटेल

New Project 46

बेटी को कॉलेज जाते ही माधुरी जी ने अपने सेवानिवृत्त पति विनोद जी को अपने पास बुलाई और बोली दिनभर पेपर पढ़ते रहते हो कभी बेटी के बारे में भी सोचा है। उसकी शादी कब होगी विनोद जी ने हंसते मुस्कुराते हुए बोले हो जाएगी भाग्यवान इतनी भी क्या जल्दी है, अभी हमारी बेटी की … Read more

पिया का घर प्यारा लगे

New Project 2024 04 29T104516.742

रामचंद्र जी की तीन पुत्रियों में मंजू सबसे छोटी थी।  उन्होंने अपने दो पुत्रियों की शादी बहुत पहले ही कर दी थी। रामचंद्र जी की कमाई भी इतनी ज्यादा नहीं था कि वह अपने लड़कियों की शादी बहुत बड़े घर में कर सकते थे। अपनी दोनों बड़ी बेटियों की शादी भी साधारण घर में ही … Read more

मेरी गुरूर है मेरी सास!-Mukesh Kumar

New Project 45

रोजाना की तरह आज भी मैंने बच्चों और पति को नाश्ता दे कर बच्चो को स्कूल और पति को जॉब पर भेज दिया था। उसके बाद मैं कुछ देर अपने बालकनी में थोड़ी देर बैठती थी वहाँ पर ठंडी ठंडी हवा आती थी तो बहुत अच्छा लगता था। बालकनी में बैठे हुए रोजाना में एक … Read more

बहू नहीं बेटी हूँ मै

New Project 97

सलोनी ब्याह करके  अपनी ससुराल पहुंच गई थी.  ससुराल पहुंचते ही अपने मां के दिए हुए संस्कारों के अनुरूप घर के सारे लोगों के छोटे बड़े सारे काम करके उनके दिल में जगह बनाने में जुट गई थी उसकी मां का कहना था कि अगर तुम्हें अपने ससुराल में एक अच्छी बहू बनना है तो … Read more

कब तक चुप रहूँगी-मुकेश कुमार

New Project 97

रोशनी बचपन से ही होनहार थी उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती थी लेकिन उसके पिताजी के पास इतने पैसे नहीं थे   कि वह बहुत ज्यादा पढ़ाई कर सके।  इसलिए उसकी पढ़ाई 12वीं के बाद ही छूट गई थी और उसके पिताजी ने उसकी शादी एक साधारण कमाने वाले लड़के से कर दी थी। लेकिन … Read more

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