टुकड़ों में बंटी जिंदगी-मुकेश कुमार
यह कहानी एक सच्ची घटना से प्रेरित है सिर्फ पात्रो का नाम बदल दिया गया है मेरा नाम रजनी है। दादी और पापा की गलतियों की वजह से मैं विकलांग पैदा हुई। मेरे मां को भरपूर खाना भी नहीं मिलता था उनको मेरी दादी हमेशा मानसिक टॉर्चर करती थी क्योंकि पापा और दादी को पता … Read more