दो सखी – मीना दत्ता
लिली शहर की किशोरी अभी इंटर में पढ़ती थी।उसकी माँ और पिता के बाल नुचने से बच तो गए लेकिन हार माननी पड़ी उन्हें। गांव के परिवार जन कहते ” बेटी सत्रह की हुई ..दिखती नहीं ?हाथ पीले करो ।मेरी बेटियों का नंबर आये ये लिली जाय तो।” लिली रानी गांव से परिचित थी ।परिचय … Read more