सच्चा इंसान
बात उन दिनों की है जब मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ा करती थी। कॉलेज खत्म होते ही कॉलेज के गेट पर एक छोले भटूरे वाले अंकल अपनी रेड़ी लगते थे। भूख इतनी तेज लगी होती थी कि बिना खाए रहा नहीं जाता था। एक दिन की बात है हम चारों सहेलियां ने छोले भटूरे का … Read more