जब आया ऊँट पहाड़ के नीचे! – नीलम सौरभ
साँवली-सलोनी कात्यायनी को हर मायने में कुशल गृहणी कहा जा सकता था लेकिन पता नहीं यह उसके भाग्य का दोष था या फिर उसमें व्यवहारिक बुद्धि की कमी कि उसके ससुराल में सभी उसे घर की मुर्गी दाल बराबर समझते थे। सर्वगुण-सम्पन्न होने के बाद भी ब्याह करके आने के बाद से ही उस बेचारी … Read more