समय का फेर – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 05 05T225422.575

रमन और महेश दोनों बचपन के मित्र थे! दोनों ही मित्र शहर में व्यवसाय करते थे! भगवान की कृपा से दोनों का व्यापार भी अच्छी तरह फल फूल रहा था! महेश ने अपनी बेटी के लिए रमन के बेटे मयंक का चुनाव किया था! मयंक और प्रियंका बचपन से ही साथ-साथ खेलते बड़े हुए थे … Read more

कान का कच्चे – संगीता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

New Project 48

“शर्म नहीं आती तुम्हें , इसे छेड़ते  हुए !”गाड़ी से उतर, शैली को एक तरफ खींच दोनों मनचलों को थप्पड़ रसीद दी। “इस बेचारी को सहारा देने के बजाय इसके विकलांगता का फायदा उठा रहे हो?”शैली रोए जा रही थी। भीड़ भी इकट्ठी हो गई। सबके सामने दोनों मनचले माफी मांगे। ‌‌    हमेशा की तरह … Read more

पहले समझो फिर बोलो – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

moral story in hindi

 रीता, नलिनी, मंजू ,शिखा.. अरे सब की सब कहां मर गई! आज मैं जो न्यूज़ तुम्हें देने वाली हूं, उसे सुनकर तुम्हारे होश उड़ जाएंगे! नीलम का ऐसा कहते ही सभी बोल पड़ी.. ऐसी क्या न्यूज़ है, जिसे सुनते ही हमारे होश उड़ जाएंगे! अब सब्र नहीं होता, जल्दी बता क्या बात है! अरे. तुम … Read more

“कान का कच्चा” – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104818.633

 रात को ११ बजे आकांक्षा ने जैसे ही स्कूटी से अपनी कॉलोनी में प्रवेश किया … रात के भोजन के बाद कॉलोनी में टहलने वालों की निगाहें उसे ऐसे घूर रहीं थीं मानों उसने कुछ अपराध किया हो … मिसेज पाटील की ऑंखें मिसेज वर्मा को कुछ  इशारा कर रही थीं.. मिसेज पाटील बोली- अब … Read more

जो लिखा है वही होगा – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

New Project 38

रानो को पहली संतान बेटी हुई थी । जबकि रघु और उसकी माँ को बेटे की चाह थी । रानो की सास को जब पता चला कि वो फिर से दादी बनने वाली हैं । तो उसके चेहरे पे एक चमक आ गई । उसने अपने बेटे को बुलाया और कहा कि तुम बहू को … Read more

सरप्राइस – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 67 1

  रिया कई दिनों से देख रही थी, आजकल रोहित कुछ ज्यादा ही प्रसन्न नजर आ रहे हैं! क्या कारण हो सकता है? कहीं इन्हें कोई प्रमोशन तो नहीं मिल गया ऑफिस में? या और कोई बात है? किंतु यह मुझे बता क्यों नहीं रहे? आजकल इनका फोन भी आता है, तो यह अकेले में बहुत … Read more

बंटवारा – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

New Project 66

“ माँ अब हमें साथ में नहीं रहना… हम दोनों भाइयों में बंटवारा कर दो … हम अपने हिस्से में आराम से रहना चाहते हैं ।” महेश ने थोड़े ग़ुस्से में कहा  “ पर बेटा अभी तेरी शादी को दो महीने भी ना हुए और तू अलग होने की बात करने लगा…जरा सोच कर तो … Read more

*परिवार फिर एक हो गया * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

New Project 77

मोहिनी जी और उनकी बहु रूपा बहुत प्रेम से रहती थी।रूपा ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी, मगर हर काम में दक्ष ,और व्यवहारिक थी। दोनों सास बहू सारे तीज त्यौहार बड़े प्रेम से मनाती। उनकी पड़ौसन मालती जी हमेशा अपनी बहू रोहिणी के आगे, रूपा के गुण का बखान करती थी। मालती और रोहिणी की … Read more

आठ-आठ आंसू ‌रोना – संगीता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

New Project 78

मां हमेशा कहती थी,”देख नीरू,जब शादी होगी, ससुराल तो जाना ही है। कुछ तो सीख ले बेटा! ससुराल में हंसी का पात्र न बनना पड़े, मुझे ताना ना मिले, इस बात का तो ख्याल कर! जग हंसाई मत कराना।” पर सुनता कौन था मां का!एक कान से सुन दूसरे कान से निकाल देती थी। “नहीं … Read more

* ठोकर खाकर सम्हलना * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

New Project 94

 घीसू ऑंगन में डली चारपाई पर लेटा हुआ, आसमान की ओर देख रहा था। आज मौसम खुला हुआ था। घीसू ने सोचा आज खेतो में धान बौने कै लिए अच्छा मौसम है, सब अपने खेतो में धान बो रहै होंगे और वह चारपाई पर पड़ा है। दो दिन आने वाले  ज्वर ने उसकी कमर चौड़ा … Read more

error: Content is Copyright protected !!