हरी कांजीवरम – अमरपाल सिंह ‘आयुष्कर’ : Moral Stories in Hindi

New Project 77

Moral Stories in Hindi : ‘ लो पहन लो बहू !’ सासू माँ की सीलन भरी आवाज़ सुन मुड़ी, तो देखा !  वह अपने हाथों में बेरंग जीवन लिए खड़ी थीं | कैसे बताऊँ कि जीवन में रंग तो अब आया है , पर वो तो माँ थीं !             निकेत अब इस दुनिया में नहीं … Read more

न्याय – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 46

Moral Stories in Hindi : अनमनी सी मै घर के काम निपटा ही रही थी कि बेल बजी।काम वाली बसंती कयी दिन से नहीं आ रही थी तो मन बहुत खिन्न था।इनको जितना सुविधा दो यह अपने तरीके से बाज नहीं आने वाली।यही सोचती द्वार खोला तो बसंती हांफती हुई खड़ी थी ।पुरे दस दिन … Read more

अमानत – आसिफ शेख: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दोपहर का समय था, बहुत ही सख्त गरमी पड रही थी वातावरण किसी भट्टी की भांति तप रहा था धूप और गरमी के कारण वह घर पर आराम कर रहे थे कि तभी उन के दरवाजे पर दस्तक हुई, वह उठकर दरवाजे की ओर आए। सामने पसीने में भीगी बदहाल … Read more

छल – संगीता अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

New Project 49

Moral Stories in Hindi :  हेल्लो जीजी कैसी है आप ?” देवकी ने अपनी ननद कमला को फोन किया और पूछा ! ” सही हूँ भाभी आप बताओ !” कमला ने संक्षिप्त उत्तर दिया। ” क्या बात है कुछ परेशान लग रही हो सब ठीक तो है ना !” देवकी ने पूछा । ” बस … Read more

तिनके का सहारा: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ए लल्ला … तू जे फोर्म भर दे मेरा… पैसे निकालने हैं खाते से… एक मैली कुचैली सी साड़ी पहने उलझे हुए बाल एक गरीब औरत बैंक में पास में खड़े सूट बूट पहने एक लड़के से बोली… किसी और से भरवा लो… मेरे पास टाइम नहीं हैं… वो लड़का … Read more

” फूल ही फूल”: Moral Stories in Hindi

New Project 95

Moral Stories in Hindi : अनुराधा और अनुरंजन कॉलेज में साथ ही पढ़ते थे ।दोनों के बीच में कब प्यार के बीज का अंकुरण हो गया पता ही नहीं चला। दोनों ने अपनी एजुकेशन पूरी की और अनुराधा प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका बन गई ,और अनुरंजन कॉलेज में खेल प्रशिक्षक । दोनों ने अपने माता … Read more

मतलबी रिश्ते – डाॅ संजु झा: Moral Stories in Hindi

New Project 91

Moral Stories in Hindi : सुबह-सुबह विपिन जी की मृत्यु का समाचार  मिला।विपिनजी की मृत्यु कोई आश्चर्यजनक बात नहीं थी।मृत्यु तो शाश्वत सत्य है,परन्तु जिन परिस्थितियों में उनकी मौत हुई, उसने सोचने पर मजबूर कर दिया कि अब माता-पिता के साथ बच्चों के भी रिश्ते मतलबी भर रह गए हैं! विपिन जी को दो बेटियाँ … Read more

अंतिम प्रणाम – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

New Project 35

विद्या जी सूनी आंखों से सबको देख रही थी। आज उनके  पति सीताराम जी की तेरहवीं थी। सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए थे। अपने बनाए बड़े से आवास में रहते थे।  लंबे समय से सेवानिवृत्त ही थे।  यूं तो कहने को उसी घर में उनके बेटा बहू,पोता पोती भी रहते थे।  मगर ऐसे कि हर … Read more

मतलब के यार – स्नेह ज्योति: Moral Stories in Hindi

New Project 68

Moral Stories in Hindi : बचपन की दोस्ती ताउम्र के लिए होती हैं ऐसा मैंने बहुत सुना था । कर्ण और मैं रमन हम दोनों बचपन से एक साथ पढ़े और बड़े हुए । कहने को करण अमीर ख़ानदान का बेटा था और मैं एक मामूली से टैक्सी ड्राइवर का बेटा था । लेकिन मैं … Read more

दीदी यह सब हमने आपसे ही सीखा है – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 11

Moral Stories in Hindi : “भाभी आजकल तो आप मेरा फोन भी नहीं उठाती पता है मैं अपने बेटे के कैरियर के लिए कितना परेशान हूं उसे अपना बिजनेस करने के लिए कुछ पैसों की जरूरत है और आप हैं कि आपके पास फोन उठाने की फुर्सत भी नहीं है” वंदना जो कुछ देर पहले … Read more

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