बेनाम रिश्ते – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : काॅलबेल की आवाज सुनते ही मीता ने दुपट्टा ठीक करते हुए ..आ रही हूं कहा और दरवाजे की ओर बढ़ी… दरवाजा खोलते ही , एक लंबा चौड़ा युवक सामने मुस्कुराते हुए खड़ा था , असमंजस की स्थिति में पहचानने की कोशिश करती हुई मीता कुछ कहती इससे पहले ही युवक … Read more

दरकते रिश्ते – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ माँ बुआ का फ़ोन है … तुमसे बात करना चाहती है ।” मोह की आवाज़ सुन चारू अपना काम छोड़कर झट से फोन हाथ में ले ली “हाँ कनु बोलो क्या बात है…घर पर सब ठीक तो है ना?” चारू ने पूछा  “भाभी अब आप जया के लिए फ़िक्रमंद … Read more

कलंकनी – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ओ बबिता भाभी आपने कुछ सुना क्या ?? अरे नहीं तो …. क्या फिर से कोई नई चटपटी खबर लेकर आयी हैं तू रिंपी … भाभी बबिता चटकारे लेते हुए बोली… अरे वो जो 18 नंबर वाली नूरी भाभी हैं ना ..सुना हैं उनकी बेटी सिम्मी घर छोड़कर भाग गयी … Read more

घर का हिस्सा बेटियाँ- प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आदित्य स्कूल से आकर अपनी मम्मी से पूछता है,”मम्मी हमारी बुआ राखी पर क्यों नहीं आती? सब की बुआ आती है।” वह तुम्हारी बुआ दूर रहती है ना मम्मी ने आदित्य को टालना चाहा। “दूर रहती है तो क्या हुआ? राखी तो भेज ही सकती है ना।” आदित्य तर्क करते … Read more

जहाँ चाह वहाँ राह – मेघा मालवीय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हमारे पडोस में विनोद जी का परिवार रहता है। वो लोग आज से  शायद20-25साल पहले आकर बसे है।   मतलब पहले वो अपने माता पिता के साथ रहते थे फिर वो लोग कही ओर जाकर  बस गए। फिर विनोद जी अपनी पत्नी और 1 बेटे के साथ , 20 साल … Read more

धब्बा लगना : short story with moral

short story with moral : पीयूष-मम्मी कब आओगी मिलने, और साथ में खाने के लिये मठरी, नमकीन भी लेती आना। यहाँ मेस का ख़ाना खाते खाते ऊब गया हूँ। रंजना (पीयूष की माँ)-मेरा पुत्त, मैं कल ही आ रही हूँ, और तेरी पसंदीदा हर चीज़ लाऊँगी। पीयूष-अरे वाह मम्मी। तुम बहुत अच्छी हो। रंजना और … Read more

संस्कारो पे धब्बा – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

प्यार तो पहले हुआ करता था । आज के दौर में प्यार के मायने ही बदल गए है । प्यार प्यार ना रह बस एक खिंचाव , एक फ़ैशनेबल हौड की तरह हों गया है । जहां लड़के-लड़कियाँ बॉय फ़्रेंड गर्ल फ़्रेंड कहलवाना ज़्यादा पसंद करते है । मेट्रो जो एक सार्वजनिक परिवहन का साधन … Read more

दरकते रिश्ते : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज अग्रवाल साहब अपनी लड़की के रिश्ते के लिए जा रहे थे। सारी तैयारी कर ली गई। शगुन में देने के लिए गिन्नी भी रख ली।चाचा को भी साथ ले लिया गया। देखने दिखाने का कार्यक्रम चल रहा था। गोद भरने की तैयारी हो रही थी। लेकिन तभी कुछ कानाफूसी … Read more

आस्तीन का साँप : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” ये क्या कर रहे है आप मकान बेच सारा पैसा अपने भाई को दे रहे है जबकि आपको पता है ये मकान हमने लेकर ही इसलिए छोड़ा था कि कल को बच्चो की पढ़ाई मे कोई अड़चन ना आये !” स्वाति पति रौनक से बोली। ” स्वाति बच्चो की … Read more

ऐसे धब्बे की परवाह नहीं* : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : नित्या को ससुराल छोड़ आये देख दादी उस पर गुस्सा हो रही थी। बार बार कह रही थी-  “चौधरी परिवार पर धब्बा लगाएगी तलाक का।  आज तक इस परिवार में कभी किसी ने तलाक नहीं लिया है।  सब ने चाहते न चाहते हुए एडजस्ट किया है । अपनी बुआ रानो … Read more

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