एक आंख से देखना – रेखा जैन : Moral Stories in Hindi

आज कीर्ति जी के बेटे की शादी का लेडीज संगीत है।  कीर्ति जी की सोसायटी की उनकी सारी सखियां खूब नाच गा रही थी।  उनकी सोसायटी में ज्यादातर लोग कम पढ़े लिखे और अनुसूचित जाति से थे। उनकी नाचने वाली सखियों में एक सखी वर्षा जो कि काफी पढ़ी लिखी कॉलेज में प्रोफेसर है और … Read more

एक आँख से देखना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

सुहानी कहाँ चली गई है बेटा इधर तो आ सासु माँ ने बड़े ही प्यार से अपनी छोटी बहू सुहानी को पुकारा ।  सुहानी ने रसोई से आवाज़ दी माँ मैं रसोई में दीदी की मदद कर रही हूँ ।  सासु माँ ने ज़ब्त फिर से पुकारा तो वह रसोई से आकर कहती है बोलिए … Read more

जैसा करोगे वैसा भरोगे – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

अपने पैंसठवे जन्मदिन पर सुभद्रा जी उस शहर के एक वृद्धाश्रम में जाकर कुछ कपड़े और मिठाई बाँटना चाहती थी…  उन्होंने जब अपने बेटे से कहा तो वो बोला ,“ माँ नई जगह पर आप ये सब करने को कह रही हो मैं तो खुद यहाँ दो महीने पहले आया हूँपता कर बताता हूँ फिर … Read more

“खरी खरी सुनाना” – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

चाय का कप हाथ में लेकर सोफे पर धसते हुए नैना बड़बडाने लगी…यह तारा बाई आज भी नहीं आई। इन लोगों का तो बस यही हाल है। तभी घण्टी बज उठी … दरवाजे पर तारा बाई जी और उसकी बेटी को देखकर नैना एकदम बरस पड़ी। यह तुमने क्या मजाक लगा रखा है एक सप्ताह … Read more

समझदार हो गए हैं, मेरे बच्चे……. – डॉ.विभा कुमरिया शर्मा। : Moral Stories in Hindi

इतनी लाल आंखें ?बेटा क्या हो गया सुबह- सुबह ? मम्मी मैंने आपकी टिकट कैंसिल करवा दी, कहते – कहते ही उसके गाल मोटे- मोटे आंसुओं से भर गए । मेरी टिकट कैंसिल करवा दी , क्यों ? मैंने उससे पूछा। मुझसे पूछे बगैर कैंसिल करवा दी क्यों ? वह बिफर गई और बोली वह … Read more

खरी-खोटी सुनाना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

विमलाजी के  दिल में पश्चाताप के  बादल  हमेशा  उमड़ते-घुमड़ते रहते।जो व्यक्ति इस संसार में नहीं है ,उससे माफी भी तो नहीं माँगी जा सकती है। आजकल उन्हें नींद भी बहुत कम आती है।बेचैनी में उठकर कुछ देर बिस्तर पर खामोश बैठी रहतीं हैं ,फिर  कुछ देर बाद उठकर चाय   बनाने लगती हैं। बर्त्तन की … Read more

सम्मान – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

आज कॉलेज में मेरा पहला दिन हैं । छात्र के तौर पे नहीं , विश्वविद्यालय में हिस्ट्री के अतिथि शिक्षक के तौर पे ।बहुत हाथ पैर मारने के बाद ये नौकरी मिली है । कहते है ना कि “ कुछ ना होने से , कुछ होना ही बेहतर है “। शिक्षक के रूप में अपने … Read more

* एक झटका * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

मिस्टर आर्यन और उनकी पत्नी विनायक सोसाइटी के दूसरी मंजिल पर एक प्लेट में रहते थे। वह तीन मंजिला मल्टी थी, और कुल २४ फ्लैट थे। मल्टी के बाहर काफी खुली जगह थी।उसके चारो तरफ रंग- बिरंगे फूलो की क्यारियॉं थी, ऊपर शैड डला हुआ था। सोसाइटी में प्राय: सभी लोग मध्यमवर्गीय परिवार के थे, … Read more

अम्माजी , आंखें खोलो बस…….। – डॉ. विभा कुमरिया शर्मा : Moral Stories in Hindi

तू क्या जाने हम तो राजा – महाराजा के बच्चे हैं ,जो राजपाट और शान -शौकत हमने अपने मायके में देखी है ना वह ससुराल में और तुम्हारे पापा से नहीं मिली , कुछ ना ही कहूं तो अच्छा है।‌ अरे कहां कर सकते थे हमारा मुकाबला यह लोग ? अम्माजी ससुराल वालों को और … Read more

गर्दन ऐंठी रहना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

प्राचीनकाल  में  घने जंगल में एक कुआँ था।उसमें बहुत सारे मेंढ़क अपने-अपने परिवार के साथ रहते थे।बस कुआँ भर ही उनकी दुनियाँ थी।उनमें से एक मेढ़क काफी मोटा-ताजा था।साथ में उसकी पत्नी और तीन बच्चे भी थे।कुआँ के सभी मेंढ़कों से मोटा होने के कारण वह मेंढ़क खुद को दुनियाँ का सबसे शक्तिशाली जीव समझता … Read more

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