नजर का टीका – बालेश्वर गुप्ता : Short Stories in Hindi
Short Stories in Hindi : तुम्हे कुछ होश भी है, कुछ भी कहे जा रहे हो।पढ़ लिख लिये हो,नौकरी करते हो इसका मतलब यह तो नही,खानदान की इज्जत को तार तार करोगे।क्यूँ अपने ही खानदान को दागदार करने पर तुले हो?देखो राजीव मैं तुम्हे किसी विधवा से शादी करने की इजाजत नही दे सकता।अधिक आदर्शवादी … Read more