जन्मदिन – पूनम वर्मा

“बस दो घण्टे में आ जाऊंगा मम्मी ! प्लीज जाने दीजिए न ।” आशीष अपनी जिद पर अड़ा था । “बड़े हो गए पर समझदारी नहीं आई । घर में सारे लोग भरे पड़े हैं और तुम्हें कॉलेज जाना है ।” मैं भी मानने को तैयार न थी । तभी मेरे पतिदेव ने मुझे इशारे … Read more

मकड़जाल – कंचन श्रीवास्तव’

New Project 98

कल्पना से परे था जो कुछ हुआ पर सहने के अलावा कोई चारा नही इसलिए सहना पड़ा।फिर धीरे धीरे वक्त की धूल जमने लगी। पर मैंने देखा जैसे ही पहली परत बनने वाली थी कि किसी ने आकर उसे उंगली के हटाने की कोशिश की और कामियाब भी हो गई ,पर उतना ही हटा पाई … Read more

वेदना (दर्द) – मीनू जायसवाल

चित्रकथा पहले तो मन में एक ही सवाल आता है वेदना (दर्द) क्या है, तो आइए हम आज थोड़ी सी इसी विषय पर चर्चा कर लेते है, वेदना यानी “दर्द”जो हम सब के हिसाब से आमतौर से शारीरिक चोट पहुंचने से होता है ,लेकिन मेरा अपना अनुभव कहता है की वेदना सिर्फ शारीरिक चोट ही … Read more

पागल – गुरविन्दर टूटेजा

मन_के_भाव  ———–    मेरा दस साल का बेटा अभिमन्यू हँसते हुये घर में घुसा तो मैंने पूछा क्या हुआ इतने खुश क्यों हो…?????   वो बोला मम्मी अपनी कॉलोनी के बाहर मंदिर में एक पागल आया है आजकल वो ऐसी ऐसी हरकतें करता है इसलिये हँसी आ रही थी…!!!!!  मैंने उसे  समझाया कि बेटा ऐसे किसी की … Read more

नफरत – कमलेश राणा

New Project 97

#चित्राधारित कथा समर एक मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पद पर कार्यरत था।पत्नी माधवी भी अस्पताल में नर्स थी।काफी मनन्तों के बाद उन्हें दो कन्यारत्न की प्राप्ति हुई।एक छोटा सा घर संसार,खुशियों से भरा-पूरा,जीवन की हर सुख सुविधा से परिपूर्ण,,,, दोनों बेटियाँ पढ़ने में बहुत ही होशियार,,, समर अपनी बेटियों को देख-देख कर फूला नहीं समाता,ठीक … Read more

गिद्ध – नीलम सौरभ

New Project 96

दूसरे राज्य स्थित गाँव की रहने वाली कंचन अपने पति मुकेश और दो बच्चों के साथ हफ़्ते भर पहले ही इस नये शहर में शिफ्ट हुई थी। झारखण्ड का रहने वाला मुकेश वाहन आदि सुधारने वाला मैकेनिक था जो मध्य भारत के इस शहर में कुछ सालों से गाड़ियों की बॉडी बनाने वाले गैरेज में … Read more

जन्मदिन – अनु ‘ इंदु ‘

कल मेरी ननद विभा का जन्मदिन था । विभा दीदी मेरे पति से आठ साल बड़ी हैँ । नंदोई मनोज जी दस साल हुये SBI से ब्रांच मेनेजर के पद से रिटायर हो चुके हैं । सुबह जब उनको शुभकामनायें देने के लिये फोन किया तो उन्होंने हमें अपने यहां लंच पर इनवाइट कर लिया … Read more

अनोखा प्यार – पिंकी नारंग

New Project 57

  चम्पा की सूजी हुई आँखो और चेहरे पर छपी उंगलियों  के निशान देखते ही वाणी समझ गयी की चम्पा की हमेशा वाली कहानी की पुनरावृत्ति हुई है।  २०साल की अपनी घरेलू सहायिका चम्पा के सर पर हाथ रखते हुए वाणी कहने लगी”मना किया था ना,मत ले जा अडवांस पैसे भी दिए आदमी को और मार … Read more

पिता का दिल –  गोविन्द गुप्ता

New Project 95

राघव एक सीधा सादा नवयुवक था पिता की एकमात्र संतान , अच्छी पढ़ाई व पालन पोषण के कारण समाज मे अच्छी प्रतिष्ठा थी, लोग बहुत सम्मान करते थे, शादी के लिये रिश्ते आये तो जानकी नाम की एक शिक्षित व सुसंस्कृत महिला से विवाह कर लिया, इधर एक बेटा हुआ राघव के तो दोनो बहुत … Read more

पीहर – प्रीती सक्सेना

   इस बार का विषय, बहुत रुलाएगा,, मुझे,, मातृविहीन बेटी,,, मम्मी के साथ बिताए दिनों को याद करेगी,, और आप सबके साथ अपनी भूली बिसरी स्मृतियों को सांझा भी करेगी।     अपनी शादी के चौथे साल ही,, मां के आंचल से छूट गई मैं,, हां,वो तीन साल जो मम्मी के सानिध्य में गुजारे,,, वो आज 33 साल … Read more

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