कटोरे की कीमत-Katore ki kimat

रेलवे स्टेशन के बाहर सड़क के किनारे कटोरा लिए एक भिखारी लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने कटोरे में पड़े सिक्कों को हिलाता रहता और साथ-साथ यह गाना भी गाता जाता – गरीबों की सुनो वो तुम्हारी सुनेगा -२ तुम एक पैसा दोगे वो दस लाख देगा गरीबों की सुनो “ कटोरे से … Read more

सरप्राइज टेस्ट-Suprise test

एक प्रोफ़ेसर अपनी क्लास में आते ही बोले, “चलिए,आज आप सभी का Surprise Test हो जाय।”         सुनते ही घबराहट फैल गई Students में!         कुछ किताबों के पन्ने पलटने लगे तो कुछ लगे पढ़ने सर के दिए नोट्स।         “ये सब कुछ काम नहीं आएगा…”, प्रोफेसर साहब मुस्कुराते हुए बोले, Questionpaper रख रहा हूँ आपके सामने, जब … Read more

मन की शांति-Man ki shanti

एक राजा था जिसे पेटिंग्स से बहुत प्यार था। एक बार उसने घोषणा की कि जो कोई भी उसे एक ऐसी पेंटिंग बना कर देगा जो शांति को दर्शाती हो तो वह उसे मुंह माँगा इनाम देगा। फैसले के दिन एक से बढ़ कर एक चित्रकार इनाम जीतने की लालच में अपनी-अपनी पेंटिंग्स लेकर राजा … Read more

प्रथम अवसर-Prtham avsar

एक किसान की बहुत ही सुन्दर बेटी थी। एक नौजवान लड़का उस किसान की बेटी से शादी की इच्छा लेकर किसान के पास आया। उसने किसान की बेटी से शादी करने की इच्छा जताई। किसान ने उसकी ओर देखा और कहा- युवक तुम खेत में जाओ, मैं एक-एक करके तीन बैल छोड़ने वाला हूँ। यदि … Read more

परोपकार की ईंट-Paropkar ki it

बहुत समय पहले की बात है एक विख्यात ऋषि गुरुकुल में बालकों को शिक्षा प्रदान किया करते थे वर्षों से शिक्षा प्राप्त कर रहे कुछ शिष्यों की शिक्षा आज पूर्ण हो रही  कि तभी ऋषिवर की तेज आवाज सभी के कानों में पड़ी , “आप सभी मैदान में एकत्रित हो जाएं।” ऋषिवर बोले , “प्रिय … Read more

भगवान को भेंट-Bhagwan ko bhent

पुरानी बात है, एक सेठ के पास एक व्यक्ति काम करता था। सेठ उस व्यक्ति पर बहुत विश्वास करता था। जो भी जरुरी काम हो सेठ हमेशा उसी व्यक्ति से कहता था। वो व्यक्ति भगवान का बहुत बड़ा भक्त था। वह सदा भगवान के चिंतन भजन कीर्तन स्मरण सत्संग आदि का लाभ लेता रहता था। … Read more

टूटी चप्पल-Tuti chapal

पता नहीं ये सामने वाला सेठ हफ्ते में 3-4 बार अपनी चप्पल कैसे तोड़ आता है?” मोची बुदबुदाया, नजर सामने की बड़ी किराना दूकान पर बैठे मोटे सेठ पर थी। हर बार जब उस मोची के पास कोई काम ना होता तो उस सेठ का नौकर सेठ की टूटी चप्पल बनाने को दे जाता। मोची … Read more

कर्मो का फल-Karmo ka fal

एक बार शंकर जी पार्वती जी भ्रमण पर निकले। रास्ते में उन्होंने देखा कि एक तालाब में कई बच्चे तैर रहे थे, लेकिन एक बच्चा उदास मुद्रा में बैठा था। पार्वती जी ने शंकर जी से पूछा, यह बच्चा उदास क्यों है? शंकर जी ने कहा, बच्चे को ध्यान से देखो। पार्वती जी ने देखा, … Read more

भूख-बेला पुनिवाला

 इस तस्वीर को ज़रा गौर से देखिए, इसे देखकर क्या आप को लगता है की, इस मासूम से लड़के को नींद के लिए किसी मुलायम गद्दे की या किसी रेशमी चद्दर की या किसी, a.c या पंखे की या किसी नींद की गोली की ज़रूरत होगी   ?           नहीं ना !  में इस लड़के को … Read more

मातृत्व का अहसास

एक बार स्त्री से कहा गया कि वह अपने बारे में दिल खोलकर लिखे। स्त्री बहुत उत्साहित थी। उसे पहली बार अपनी भावनाएँ व्यक्त करने का अवसर मिला था। वह लिखने बैठी तब उसे मातृत्व का अहसास हुआ। माँ, वात्सल्य की मूर्ति, माँ संवेदनशील आदि लिखने ही वाली थी कि उसकी कलम रुक गई। यह … Read more

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