हम बूढ़े भले है पर लाचार नही ( भाग 3 ) – संगीता अग्रवाल : short moral story in hindi
” वकील को पर क्यो ?” ममता और राघव दोनो चौंक कर बोले। ” अपनी वसीयत करने के लिए !” शारदा जी वापिस सोफे पर बैठती हुई बोली। ” वसीयत पर क्यो आपका इकलौता बेटा होने के नाते सब पर मेरा ही तो अधिकार है !” राघव एकदम से बोला। ” वाह बेटा अधिकार याद … Read more