“सोन पत्र”  – ऋतु अग्रवाल

Post View 230   “ओफ्फोह! कितना काम पड़ा है? कोई भी उठने को तैयार नहीं है। लगातार आठ दिन के नवरात्रि के व्रत और फिर नवमी पर हलवा पूरी खा कर सब सुस्त और थक कर सोए हैं कि कोई भी उठने को तैयार नहीं है। अरे! बच्चों उठ जाओ, आज दशहरा है और दशहरे की … Continue reading “सोन पत्र”  – ऋतु अग्रवाल