सोच” – ऋतु अग्रवाल

Post View 3,802  अभी कुछ ही दिन बीते थे नियति की शादी को। पर न मालूम ऐसा क्या हुआ कि एक हँसता, खिलखिलाता चेहरा मायूस और उदास रहने लगा।  सास पूर्णिमा और जेठानी अनन्या चुपचाप नियति की दिनचर्या पर निगाह रखती। पहले तो उन्हें लगा कि मायके की याद आ रही होगी पर अगर ऐसा … Continue reading सोच” – ऋतु अग्रवाल