सिर्फ़ विरोध के लिए विरोध मत करो…! – विनोद सिन्हा “सुदामा”

Post View 2,087 आ गए तुम…. मैने अभी घर में कदम रखा ही था कि पत्नी सुधा ने मुझपर चिल्लाते हुए कहा… हाँ ….क्या हुआ… मैने जानना चाहा… सुनो अब मैं यहाँ नहीं रह सकती… बहुत हुआ..मैं ये रोज़ की झिकझिक और टोका टाकी से तंग आ गई हूँ… अब मुझसे जरा भी बर्दास्त नहीं … Continue reading सिर्फ़ विरोध के लिए विरोध मत करो…! – विनोद सिन्हा “सुदामा”