सर जी – पुष्पा पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

Post View 25,962 सुबह चाय के साथ अखबार हाथ में लेते ही आरती अन्दर तक हिल गयी। चाय का कप हाथ से छूट कर जमीन पर बिखर गया। मन का मंदिर जो सुना हो गया था। “तो क्या नवीन सर अब नहीं रहे?” और अतीत का पन्ना फड़फड़ाने लगा। सातवीं कक्षा में थी आरती। उसी … Continue reading सर जी – पुष्पा पाण्डेय : Moral Stories in Hindi