आखिर कब तक – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बस बहुत हो गया ,मेरे भी बर्दाश्त की एक सीमा है! तुम सब मेरी अच्छाइयों का नाजायज फायदा उठा रहे हो! मैं भी इंसान हूं कोई मशीन नहीं! मैं भी थक जाती हूं !आखिर कब तक सहन करूं ?आप सभी लोग मुझसे सिर्फ अपने मतलब और स्वार्थ के लिए रिश्ता … Read more

मैं प्रायश्चित कर रही हूं… : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शांति का मन अशांत था और कुछ दिनों से उसकी बेटी की शिकायतें  करके रिश्तेदार उसे  परेशान कर रहे थे । शांति सोच रही थी कि हर रोज बेटी का बे- लगाम होते जाना अच्छा नहीं है । पैदा होते ही मर जाती तो कौन सा घाटा पड़ जाता दुनिया … Read more

वो सत्ताईस दिन – जयसिंह भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुबह के सात बजे थे कि मैसेज नोटिफिकेशन की ट्यून सुन कर मोबाइल देखा तो उसका मेसेज आया था, “राम राम जी! कइसन हौ बबुआ..” रविवार का दिन था अतः मुझे देर तक सोने का मन था। पलट कर देखा तो रूममेट भी चादर ताने सो रहा था। बिना कोई … Read more

तपस्या – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :    मंच पर उद्घोषक महोदय ने जैसे ही संजीव का नाम पुकारा, पूरा हाॅल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा।सिविल सेवा की परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त कर संजीव ने अपने परिवार का ही नहीं, ज़िले का भी नाम रोशन किया था।इसी खुशी में शहर के एक प्रतिष्ठित सभागार में … Read more

उधार की खुशियां – मुकेश पटेल  : Moral Stories in hindi

श्वेता के घर मे पैसे की कोई कमी नहीं थी मम्मी-पापा डॉक्टर थे फिर भी घर मे रोज लड़ाई होती थी बात इतनी बढ़ी की तलाक तक आ पहुंची, अपनी मम्मी-पापा की लड़ाई देखकर उसने फैसला किया की वो कभी शादी नहीं करेगी लेकिन उसे अपना फैसला बदलना पड़ा  क्यों आइये कहानी सुनते हैं।  श्वेता … Read more

एक बार फिर (भाग 17) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शेखर और प्रिया बाहर डिनर के लिए जाते हैं। शेखर उसे लांग ड्राइव पर ले जाता है। आखिर कार प्रिया शेखर को आईलवयू कह ही देती है अब आगे- शेखर ने उसका हाथ पकड़ लिया। प्यार करती हो मुझसे ? मैंने कहा था न कि एक दिन मैं जीत जाऊंगा। … Read more

एक बार फिर (भाग 16) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शेखर प्रिया के बुलाने पर उसके घर मिलने जाता है। वहां उस लड़की के बारे में बातचीत होती है जिसने शेखर का फोन रिसीव किया था। शेखर प्रिया की गलतफहमी दूर करता है। साथ ही वह दोनों शादी की डेट के बारे में बात करते हैं। अब आगे- शेखर चला … Read more

एक बार फिर (भाग 15) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शेखर लंदन जाता है। जब उसका फोन नहीं आया तो प्रिया उसे फोन करती है। फ़ोन किसी लड़की ने उठाया अब आगे- हैलो! आप कौन ??? मुझे शेखर से बात करनी है। वो कहां हैं। दूसरी तरफ से आवाज आई आप कौन बोल रही हैं??? मैं प्रिया बोल रही हूं। … Read more

एक बार फिर (भाग 14) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : प्रिया अस्पताल से घर आ कर शेखर को फोन करने के बारे में सोचती है। प्रिया निभा दी की सासू मां को घर ले आई उन्हें और बच्चों को लंच कराने के बाद उसने खुद लंच किया और बच्चों को लेकर रुम में चली गई। बच्चे उसके दोनों तरफ लेट … Read more

एक बार फिर (भाग 13) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शेखर प्रिया को अपने साथ शॉपिंग पर ले जाता है। तभी प्रिया की दी का फोन आता है प्रिया फोन रिसीव करती है अब आगे- भाग-१३ हैलो दी दी क्या हुआ आप रो क्यों रहे हो??? शेखर ने गाड़ी रोक दी। प्रिया तेरे जीजा जी को हार्ट अटैक आया है। … Read more

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