“शब्दों को पुष्प ना बना सको तो तीर भी न बनने दो” – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi
Post View 36,008 नेहा पढ़ी लिखी और सुंदर थी।पहली नजर में ही वो सबको पसंद आ जाती थी पर जब मुंह खोलती तो इतना कड़वा बोलती कि उसके सारे गुणों पे पानी फिर जाता।उसने इंजीनियरिंग के साथ साथ एम.बीए.भी किया था। उसे बड़ी कंपनी में नौकरी मिल गई थी।ऑफिस में भी रोज किसी न किसी … Continue reading “शब्दों को पुष्प ना बना सको तो तीर भी न बनने दो” – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi
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